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आसमान में पुतिन, जमीन पर मोदी…एक ही फ्लाइट पर क्यों थी 1772 लोगों की नज़रें? रूसी विमान ने बनाया रिकॉर्ड!

Vladimir Putin India Visit

पुतिन का खास विमान

Vladimir Putin India Visit: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा हमेशा ही सुर्खियों में रहता है, लेकिन इस बार उनके आगमन ने टेक्नोलॉजी के गलियारों में भी तहलका मचा दिया. गुरुवार की शाम जैसे ही उनका विशेष सरकारी विमान इल्युशिन आईएल-96-300पीयू नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरा, यह दुनिया की सबसे ज्यादा ट्रैक की जाने वाली फ्लाइट बन गई. फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flight Radar 24 के डेटा के अनुसार एक ही समय में करीब 1,772 लोग इस रूसी विमान की लोकेशन को जानने की कोशिश कर रहे थे. यह आंकड़ा बताता है कि दुनिया की नजरें इस हाई-प्रोफाइल दौरे पर कितनी टिकी हुई थीं.

करीब चार साल के लंबे अंतराल के बाद पुतिन के भारत आगमन को भारत ने भी पूरी अहमियत दी. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किसी और ने नहीं, बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. मोदी ने गर्मजोशी से पुतिन को गले लगाया. यह स्वागत इतना खास था कि दोनों नेता एयरपोर्ट से निकलने के लिए एक ही कार में सवार हुए.

क्यों है यह दौरा इतना खास?

यह दौरा केवल रस्म-अदायगी नहीं है, बल्कि यह आठ दशक पुरानी भारत-रूस साझेदारी को नई ऊर्जा देने का लक्ष्य रखता है. वैश्विक भू-राजनीतिक माहौल कितना भी जटिल क्यों न हो, भारत और रूस का रिश्ता हमेशा स्थिर बना रहा है. दोनों देशों के बीच रक्षा समझौतों को और मजबूत करने पर जोर रहेगा.भारत-रूस व्यापार को किसी भी बाहरी दबाव से सुरक्षित रखने के उपायों पर चर्चा होगी. इसके अलावा छोटे मॉड्यूलर संयंत्रों (Small Modular Plants) जैसी भविष्य की तकनीकों में सहयोग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी.

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पश्चिमी देशों की ‘पैनी नज़र’

दिलचस्प बात यह है कि यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और अमेरिका के संबंधों में ‘तेजी से गिरावट’ देखी जा रही है. यही वजह है कि पश्चिमी देश इस बैठक पर बारीकी से नज़र रखे हुए हैं. बैठक के बाद दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की यह मुलाकात न केवल दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि एशिया की भू-राजनीतिक तस्वीर पर भी अपनी छाप छोड़ेगी.

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