Rahul Gandhi: कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 8 अगस्त को बेंगलुरु में आयोजित ‘वोट अधिकार रैली’ में चुनाव आयोग (EC) पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आयोग पर वोट चोरी और मतदाता सूची में धांधली के गंभीर आरोप लगाए. राहुल ने कहा- ‘चुनाव आयोग मुझसे एफिडेविट मांगता है, जबकि मैंने संसद में संविधान पर हाथ रखकर शपथ ली है.’ उन्होंने दावा किया कि आयोग और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मिलकर लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वोट चोरी की है, खासकर कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल और महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में.
1 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर्स: राहुल का दावा
राहुल ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में उनकी पार्टी की आंतरिक जांच में पाया गया कि महादेवपुरा में 6.5 लाख मतदाताओं में से 1 लाख से अधिक फर्जी या अमान्य पते वाले वोटर थे. उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में कई जगह हाउस नंबर ‘0’ दर्ज था और पिता के नाम के कॉलम में अंग्रेजी अक्षर लिखे थे. इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि जब जनता ने वोटर डेटा पर सवाल उठाए, तो आयोग ने राजस्थान और बिहार में अपनी वेबसाइट बंद कर दी, ताकि उनकी पोल न खुले.
#WATCH बेंगलुरु, कर्नाटक: 'वोट अधिकार रैली' में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "हमने भारत के संविधान की रक्षा की है… अंबेडकर जी, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल की आवाज भारत के संविधान में गूंजती है। बसवना, नारायण गुरु और फुले जी की… pic.twitter.com/SIQkxmv1PF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 8, 2025
‘वोट अधिकार रैली’ में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा- ‘हमने भारत के संविधान की रक्षा की है. अंबेडकर जी, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल की आवाज भारत के संविधान में गूंजती है. बसवना, नारायण गुरु और फुले जी की आवाज भी इसमें गूंजती है. हमारे भारत का संविधान हर व्यक्ति को वोट देने का अधिकार देता है. महाराष्ट्र में, INDIA गठबंधन लोकसभा चुनाव जीतता है, लेकिन 4 महीने बाद भाजपा राज्य में विधानसभा चुनाव जीत जाती है. यह चौंकाने वाला था. हमने पाया कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए मतदाताओं ने मतदान किया.’
संविधान हर नागरिक का अधिकार: राहुल
राहुल ने संविधान को देश के हर नागरिक का अधिकार बताते हुए कहा कि ‘वोट चोरी’ संविधान के साथ धोखा है. उन्होंने जोर देकर कहा- ‘संविधान में गांधी, नेहरू और पटेल की आवाज है. वक्त बदलेगा, तो सजा जरूर मिलेगी.’ उन्होंने यह भी कहा कि आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करने से डरता है, क्योंकि वह सच बोल रहे हैं और उनके पास आयोग का ही डेटा है.
आयोग ने किया पलटवार
7 अगस्त को राहुल द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए हुए आरोपों पर EC ने उनपर पलटवार किया है. आयोग ने पलटवार करते हुए उनसे सबूत के साथ शपथ पत्र जमा करने को कहा. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 8 अगस्त को राहुल को पत्र लिखकर मुलाकात का समय दिया और कहा कि अगर उनके दावे गलत पाए गए, तो RP Act 1950 की धारा 31 और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 227 के तहत कार्रवाई हो सकती है. आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि SSR 2025 की ड्राफ्ट और फाइनल वोटर लिस्ट कांग्रेस को पहले ही दी जा चुकी थी, लेकिन कोई आपत्ति दर्ज नहीं की गई.
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बीजेपी ने की आलोचना
भाजपा ने भी राहुल के बयानों की आलोचना की. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ ऐसी भाषा शोभा नहीं देती. उन्होंने राहुल पर सेना और सुप्रीम कोर्ट जैसी संस्थाओं पर भी सवाल उठाने का आरोप लगाया.
