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देशभर में बारिश ने मचाई तबाही, राजस्थान में जलमग्न हुई सड़कें, हिमाचल में लैंडस्लाइड और बाढ़ में अब तक 100 से अधिक मौतें

Monsson Alert

देशभर में भारी बारिश ने बढ़ाई लोगों की मुसीबत

Monsoon Alert: इस बार देश में मानसून की एंट्री समय से पहले हुई है. जिस कारण हर राज्य में मानसून अपने तय समय से पहले पंहुचा. पहले दस्तक देने वाले इस मानसून ने इस बार देशभर में भारी तबाही मचाई है. देश के अधिकतर राज्यों में बारिश अपने साथ तबाही लेकर पहुंची है. पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

हिमाचल में कुदरत बरपा रही कहर

हिमाचल प्रदेश में मानसून की भारी बारिश ने भयंकर तबाही मचाई है. प्रदेश के मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर जैसे जिलों में बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटनाओं ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है. मंडी में 181 और कुल्लू में 23 सड़कें बंद हैं, जबकि 61 पेयजल योजनाएं और 81 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं. मौसम विभाग ने 21-22 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी दी गई है.

राजस्थान में जलसैलाब, सड़कें बनीं तालाब

राजस्थान के राजसमंद, जोधपुर, भीलवाड़ा और पाली में मूसलाधार बारिश ने सड़कों को नदी में बदल दिया है. राजसमंद में गाड़ियां पानी के तेज बहाव में बहती नजर आईं, जबकि जोधपुर रेलवे स्टेशन और पटरियां जलमग्न हो गईं. भीलवाड़ा में एक प्राचीन मंदिर पानी में डूब गया. कोटा में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से पांच युवक बह गए, और प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा है. मौसम विभाग ने 15-16 जुलाई को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है.

एमपी-यूपी-बिहार में बाढ़ का प्रकोप

मध्य प्रदेश के शिवपुरी, गुना, और नीमच में बाढ़ ने जनजीवन को ठप कर दिया. शिवपुरी में दो युवक पानी के बहाव में बह गए, लेकिन पेड़ का सहारा मिलने से बच गए. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, और सहारनपुर में गंगा और बरसाती नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांव जलमग्न हैं. बिहार के गया में सड़कें और घर पानी में डूब गए हैं. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लैंडस्लाइड

उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार और चमोली में भारी बारिश और लैंडस्लाइड ने तबाही मचाई है. अमरनाथ यात्रा को लैंडस्लाइड के कारण एक दिन के लिए रोक दिया गया था, लेकिन अब इसे बहाल कर दिया गया है. जम्मू-कश्मीर में भी बारिश के कारण सड़कों पर मलबा गिरने से यातायात बाधित हुआ.

राहत और बचाव कार्य तेज

केंद्र और राज्य सरकारें राहत कार्यों में जुटी हैं. हिमाचल में 16 राहत शिविरों में 534 लोग शरण लिए हुए हैं और 5,228 तिरपाल व 3,093 राशन किट वितरित किए गए हैं’ उत्तर प्रदेश में 88 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल, राजस्थान, उत्तराखंड, और अन्य प्रभावित राज्यों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. NDRF और SDRF टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं.

मौसम विभाग का रेड अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य 12 राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. IMD ने इन राज्यों के लिए भारी बारिश की संभावना जताई है. जिससे बाढ़, लैंडस्लाइड और बिजली गिरने का खतरा बढ़ गया है. लोगों से नदियों और पहाड़ी क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की गई है.

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बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान

हिमाचल में 1,220 करोड़ रुपये और मध्य प्रदेश में 400 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. सड़कें, पुल, बिजली ट्रांसफार्मर, और जलापूर्ति योजनाएं बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई हैं. राजस्थान के पाली में ट्रैक्टर और बसें पानी में फंस गईं, जबकि हिमाचल के मंडी-कुल्लू नेशनल हाईवे पर लैंडस्लाइड से यातायात ठप है.

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