Rajnath Singh On Pakistan: अमेरिकी राजनीति में हमेशा हलचल मचाने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है. ट्रंप ने हाल ही में परमाणु परीक्षणों को लेकर एक ऐसा सनसनीखेज दावा किया, जिससे वैश्विक मंच पर घमासान मच गया. उन्होंने कहा कि चीन और रूस ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान भी गुपचुप तरीके से न्यूक्लियर हथियारों का परीक्षण कर रहा है.
ट्रंप के इस बयान ने जैसे ही सुर्खियां बटोरीं, दुनिया भर में परमाणु सुरक्षा को लेकर चिंताएं गहरा गईं. लेकिन इस अंतरराष्ट्रीय तनाव के बीच, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेहद आत्मविश्वास भरा और दो टूक जवाब देकर देश का रुख साफ कर दिया.
“हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं?”
राजनाथ सिंह ने कहा, “जो परीक्षण करना चाहते हैं, उन्हें करने दें. हम उन्हें कैसे रोक सकते हैं? हालांकि, जो भी हो, हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.”
ट्रंप ने अपने बयान में तर्क दिया था कि जब दूसरे देश गुपचुप तरीके से भूमिगत परीक्षण कर रहे हैं, तो अमेरिका को 30 साल बाद फिर से परमाणु परीक्षण शुरू करने से नहीं हिचकिचाना चाहिए. इसी बयान को लेकर राजनाथ सिंह से प्रश्न पूछा गया था.
ट्रंप के दावे पर भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के परमाणु रिकॉर्ड को ‘गुप्त और अवैध’ बताते हुए कहा कि यह पाकिस्तान के दशकों से चली आ रही तस्करी, निर्यात नियंत्रण उल्लंघन और ‘एक्यू खान नेटवर्क’ जैसी गुप्त साझेदारियों के इतिहास के अनुरूप है.
पाकिस्तान ने किया खारिज
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने ट्रंप के दावों को खारिज कर दिया. इस्लामाबाद ने कहा कि वह परमाणु परीक्षण पर ‘एकतरफा रोक’ बनाए हुए है, भले ही उसने व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. पूरे विवाद का निचोड़ यह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति के सनसनीखेज दावे के बाद जब पूरी दुनिया की नज़रें पाकिस्तान पर हैं, तब भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक क्लियर मैसेज दे दिया है.
