Shahbaz Sharif: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन दिनों अपने विदेश दौरे पर हैं. तुर्किये के दौरे पर गए पाक पीएम शहबाज शरीफ ने खुले मंच पर यह काबुल किया है कि भारत ने उसे मुहतोड़ जवाब दिया है. पीएम शरीफ ने तुर्किये में एक सभा को संबोधित करते हुए भारत के साथ हाल के सैन्य तनाव पर चौंकाने वाला खुलासा किया.
हमसे पहले भारत ने किया हमला
पीएम शरीफ ने अपने संबोधन में यह स्वीकार किया कि भारत ने फजर की नमाज से पहले ही पाकिस्तान पर आक्रामक हमला किया, जिससे पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ. शहबाज ने कहा- ‘भारत ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, हथियारों के जखीरे उड़ा दिए और ड्रोन मार गिराए. यह एकतरफा हमला था, जिसने हमें हक्का-बक्का कर दिया.’
शहबाज शरीफ से कहा- ‘हमने 9 और 10 मई की रात को भारत को जवाब देने का फैसला किया. हमने तय किया था कि फजर की नमाज के बाद 4.30 बजे सुबह पाकिस्तान की सेना हमले करेगी. सेना का नेतृत्व हमारे फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर कर रहे थे. मगर भारत ने हमसे पहले हमला कर दिया. शहबाज ने अपने कबूलनामें में यह कहा कि हम जब तक हमला करते तब तक भारत ने हम पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला कर दिया और पाकिस्तान के कई राज्यों को हिट किया.
आसिम मुनीर को किया खड़ा
शहबाज ने अपने बयान में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को बीच सभा में खड़ा करवा दिया. उन्होंने तुर्की में कहा- ‘ हमारे फील्ड मार्शल यहां बैठे हुए हैं, मैं उनसे कहूंगा कि खड़े हो जाएं, ताकि मैं उनका सबसे परिचय करा दूं. शहबाज की बात सुनते ही कार्यक्रम में अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठे मुनीर एक स्कूली बच्चे की तरह उठकर खड़े हो गए. इसके बाद तुर्किये और अजरबैजान के राष्ट्रपति तालियां बजाने लगे.’
इसके बाद पाक पीएम ने कहा- ‘मुनीर ने मुझे बताया कि भारत ने फिर से हमला कर दिया है.’ शहबाज ने झूठे बोलते हुए कहा कि भारत के पाकिस्तान में नागरिक ढांचों पर हमला किया. पाकिस्तानी पीएम ने यह भी झूठ बोला कि सुबह नौ बजे फील्ड मार्शल ने कहा कि भारत की ओर से सीजफायर पर बात करने के लिए फोन आ रहा है.
पहलगाम हमले का जिक्र
शहबाज ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को भारत द्वारा युद्ध का आधार बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में हमले किए, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ. शहबाज ने तुर्की में शांति की अपील की और भारत से बातचीत की इच्छा जताई, लेकिन साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी कार्रवाइयों का जवाब देने के लिए पाकिस्तान तैयार रहेगा.
