Chandan Mishra Murder Case: बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में 17 जुलाई को कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े पारस अस्पताल के ICU में गोली मारकर हत्या कर दी गई. चंदन मिश्रा, जो बक्सर का रहने वाला था और हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था. इलाज के लिए पैरोल पर अस्पताल में भर्ती था. पांच शूटर्स ने अस्पताल के कमरा नंबर 209 में घुसकर 25 सेकंड में ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें चंदन मिश्रा को कई गोलियां मारी गईं. इस हत्याकांड में पुलिस रिमांड पर लिए गए शूटर तौसीफ बादशाह ने अब इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
पुलिस की डर से बदला लुक
चंदन मिश्रा हत्याकांड में मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह ने इस हत्याकांड को लीड किया था. सीसीटीवी फुटेज में वह सबसे पहले चंदन के कमरे में घुसा और आखिरी में निकला. हत्या के बाद, तौसीफ ने अपनी पहचान छिपाने के लिए कोलकाता जाकर अपना लुक बदल लिया. उसने बाल और दाढ़ी कटवा ली ताकि पुलिस उसे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर न पहचान सके. तौसीफ ने पूछताछ में बताया कि शूटर्स ने अस्पताल में भर्ती चंदन मिश्रा को 28 गोलियां मारी थीं. वह ऑनलाइन जुए में 20 लाख रुपये हार चुका था और कर्ज में डूबा हुआ था, जिसके कारण उसने यह हत्या की.
अपराध का मकसद
तौसीफ ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह पटना का डॉन बनना चाहता था और आर्थिक तंगी के कारण इस हत्या को अंजाम दिया. शेरू सिंह और चंदन मिश्रा के बीच पुरानी दुश्मनी थी, जिसके चलते 13 जुलाई को ही शेरू ने चंदन को मारने की योजना बनाई थी. पहले पटना AIIMS के बाहर हत्या की योजना थी, लेकिन भीड़ के कारण इसे टाल दिया गया.
साजिश और हथियारों की व्यवस्था
तौसीफ ने बताया कि इस हत्याकांड की साजिश पटना के समनपुरा में निशु खान के घर पर रची गई थी. पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह ने चंदन मिश्रा की हत्या की सुपारी दी थी. निशु खान ने शेरू सिंह के साथ डील की और प्रत्येक शूटर को 5 लाख रुपये देने का वादा किया गया. हत्या के लिए 10 हथियार बक्सर से लाए गए थे और दो चोरी की बाइक का इस्तेमाल किया गया. जिनमें से एक अपाचे बाइक पुलिस ने बरामद कर ली. इसके अलावा, तीन मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी पुलिस ने तौसीफ की बहन के घर से बरामद किए हैं.
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
पटना पुलिस और बिहार एसटीएफ ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 48 घंटे के भीतर कोलकाता से तौसीफ बादशाह सहित पांच शूटर्स को गिरफ्तार किया. अन्य गिरफ्तार आरोपियों में बलवंत, रविरंजन, अभिषेक, नीलेश, और मोनू शामिल हैं. बलवंत और रविरंजन मुठभेड़ में घायल हुए और उनका इलाज पटना के PMCH में चल रहा है. अब तक कुल 10 लोग, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं, इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस ने CCTV फुटेज और पूछताछ के आधार पर साजिश का खुलासा किया और आगे की जांच जारी है.
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राजनीतिक विवाद और अन्य विवरण
इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर राजनीतिक विवाद को जन्म दिया. राजद नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है. चंदन मिश्रा के पिता श्रीकांत मिश्रा ने पारस अस्पताल प्रशासन और एक डॉक्टर पर हत्या की साजिश का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने अस्पताल के गार्ड समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया था और मामले की गहन जांच कर रही है.
