IIT Guwahati: IIT गुवाहाटी में 22 जुलाई को सैकड़ों छात्रों ने कैंपस में जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का कारण कोर्सेज की बढ़ी फीस. PhD, MTech और BTech कोर्सेज की सेमेस्टर फीस में अप्रत्याशित वृद्धि ने छात्रों को आक्रोशित कर दिया. PhD छात्रों की फीस जनवरी-मई 2025 के ₹34,800 से बढ़कर जुलाई-नवंबर 2025 के लिए ₹45,700 हो गई, जो ₹10,900 की वृद्धि है. छात्रों का आरोप है कि प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना या परामर्श के यह निर्णय लिया, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों पर बोझ बढ़ा है.
छात्र लगा रहे नारे
प्रदर्शन 22 जुलाई को दोपहर 12 बजे शुरू हुआ. छात्रों ने ‘हम फीस वृद्धि नहीं चाहते’ और ‘पुरानी फीस वापस लाओ’ जैसे नारे लगाए. PhD छात्रों ने सेमेस्टर रजिस्ट्रेशन से इनकार कर दिया, क्योंकि प्रशासनिक कर्मचारियों ने बिना फीस भुगतान के रजिस्ट्रेशन करने से मना कर दिया. छात्रों ने 17 जुलाई को आयोजित एक ओपन सेशन का हवाला दिया, जिसमें डायरेक्टर और डीन ने फीस संशोधन पर विचार करने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
प्रशासन का रुख
IIT गुवाहाटी प्रशासन ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. छात्रों का कहना है कि प्रशासन ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और फीस वृद्धि के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया. छात्रों ने स्टूडेंट जिमखाना काउंसिल के जनरल सेक्रेटरी और वाइस प्रेसिडेंट की सुझावों के आधार पर फीस संशोधन की मांग की है.
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पहले भी विवादों में रहा IIT गुवाहाटी
यह पहली बार नहीं है जब IIT गुवाहाटी में छात्रों ने प्रदर्शन किया हो. सितंबर 2024 में, एक तृतीय वर्ष के BTech छात्र बिमलेश कुमार की आत्महत्या के बाद हजारों छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. छात्रों ने दावा किया था कि बिमलेश को मेडिकल कारणों के बावजूद कम उपस्थिति के कारण असफल (FA) घोषित किया गया, जिससे उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ी. इस घटना के बाद डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर्स, प्रोफेसर के.वी. कृष्णा ने इस्तीफा दे दिया था. इस साल चार छात्रों की आत्महत्या ने कैंपस में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को उजागर किया था.
