PM Modi in BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जुलाई को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित 17वें BRICS समिट में आतंकवाद के खिलाफ भारत का स्पष्ट और कड़ा रुख सामने रखा. उन्होंने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमला न केवल भारत पर, बल्कि पूरी मानवता पर हमला था. उन्होंने विश्व समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की और पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
पाकिस्तान को दो टूक संदेश
आतंकवाद पर बात करते हुए PM मोदी ने कहा- ‘आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते.’ उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब पाकिस्तान के साथ बातचीत में केवल आतंकवाद और POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के मुद्दे पर ही चर्चा करेगा. उन्होंने पाकिस्तान की ‘प्रॉक्सी वॉर’ को युद्ध की सोची-समझी रणनीति करार देते हुए चेतावनी दी कि भविष्य में होने वाले किसी भी आतंकी हमले को ‘युद्ध की कार्रवाई’ (Act of War) माना जाएगा, जिसका जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तर्ज पर दिया जाएगा.
आतंकवाद पर दोहरे मापदंड की निंदा
पीएम मोदी ने इस दौरान आतंकवाद पर दोहरे मापदंड अपनाने वाले देशों की भी कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति ही एक बेहतर दुनिया की गारंटी है. उन्होंने पाकिस्तान से अपने आतंकी ढांचे को पूरी तरह खत्म करने की मांग की, यह कहते हुए कि टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते.
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ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
PM मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा. प्रधानमंत्री ने BRICS मंच से वैश्विक समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है और इसे किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने पाकिस्तान की न्यूक्लियर ब्लैकमेल की नीति को भी खारिज करते हुए कहा कि भारत अब आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना को अलग-अलग नहीं देखेगा.
