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बिहार की जनता से तेजस्वी ने मांगे 20 महीने, EBC के बाद अब युवाओं पर RJD का फोकस

Tejashwi Yadav

बिहार के युवकों को साधने में लगे तेजस्वी यादव

Bihar Politics: बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी रणनीति को और मजबूत करते हुए बिहार की जनता से 20 महीने का समय मांगा है. पहले अति पिछड़ा वर्ग (EBC) को लुभाने के लिए तेजस्वी ने मंगनी लाल मंडल को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया. जिससे नीतीश के कोर वोट बैंक को चोट पहुंचाया जा सके.

अब तेजस्वी का फोकस बिहार के युवाओं को साधने पर लगा है. RJD ने युवाओं को अपने चुनावी अभियान का केंद्र बनाया है. बिहार के युवाओं पर दांव लगते हुए तेजस्वी ने बिहार की जनता से 20 महीने का समय मांगा है. उन्होंने कहा कि जो 20 सालों में नहीं हुआ वो वह काम 20 महीने में पूरा करके दिखाएंगे.

तेजस्वी का युवाओं पर फोकस

पटना के बापू सभागार में आयोजित राजद के ‘छात्र-युवा संसद’ कार्यक्रम में तेजस्वी ने बिहार के युवाओं और छात्रों को संबोधित करते हुए रोजगार, शिक्षा और सामाजिक न्याय को अपनी प्राथमिकता बताया. उन्होंने कहा- ’20 साल की डबल इंजन सरकार ने बिहार को बेरोजगारी और पलायन का गढ़ बना दिया है. हमें बस 20 महीने दीजिए, हम बिहार को नया रूप देंगे.’

तेजस्वी ने इस दौरान नीतीश कुमार और बीजेपी पर तीखा हमला भी बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने युवाओं के लिए कुछ नहीं किया और बिहार में बेरोजगारी, अपराध और पलायन जैसे मुद्दों को अनदेखा किया. तेजस्वी ने युवाओं को लुभाने के लिए कई बड़े वादे किए, जिनमें शामिल हैं:

100% डोमिसाइल नीति: बिहार में सरकारी नौकरियों में केवल स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी.

युवा आयोग का गठन: युवाओं के लिए विशेष नीतियां और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए.

शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार: स्कूलों में मिड-डे मील में दूध और अंडे शामिल करना, साथ ही विश्वस्तरीय स्वास्थ्य ढांचा तैयार करना.

मंगनी के बहाने EBC को साधने की कोशिश

बिहार में जाति जनगणना-2023 के‎ मुताबिक, बिहार की आबादी का लगभग 36‎ प्रतिशत EBC है. इसमें 112 जातियां हैं, जिसमें से करीब 100 जातियों की संख्या 1 फीसदी से भी कम है. राजनितिक जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार ने EBC समाज को लेकर काफी काम किया है. उनके लिए योजनाएं लेकर आए, यही कारण है कि बीते 20 सालों से नीतीश कुमार का ये कोर वोट बैंक है.

इसी के बदौलत ही नीतीश लंबे समय से कुर्सी पर जमे हुए हैं. उनके पाला बदलने से उनके वोट बैंक पर कोई असर नहीं पड़ता है. यहीं सब देखते हुए अब तेजस्वी यादव ने नीतीश के वोट बैंक में सेंध मारने की रणनीति बनाई. तेजस्वी ने अपने कोर वोटर्स (MY) के अलावा अब EBC पर दांव चला. और मंगनी लाल मंडल को राजद का नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया.

EBC वोटरों को लुभाने के बाद अब तेजस्वी ने युवा पर ध्यान केंद्रित किया है.

तेजस्वी का युवाओं पर फोकस

तेजस्वी यादव हल ही में पटना के बापू सभागार में आयोजित राजद के छात्र-युवा संसद में हिस्सा लिया. इस आयोजन में तेजस्वी ने युवाओं से सीधे संवाद किया और उनकी समस्याओं को समझने का दावा किया. उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘सरकार बनने पर युवा आयोग का गठन होगा. डोमिसाइल लागू कराया जाएगा. सरकारी फॉर्म फीस माफ होगी. परीक्षा केंद्र से घर और घर से केंद्र तक का पैसा नहीं लगेगा.’

‘पेपर लीक नहीं होगा. युवाओं को नशे से मुक्ति दिलाने का काम लेगे. 275 दिन मिनिमम पढ़ना पड़ेगा. 80 परसेंट अटेंडेंस मस्ट होगा. सरकार आपलोगों को परीक्षा की तैयारी कराएगी.’ तेजस्वी ने युवाओं से वो सब वादें किए जो उनसे सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं. तेजस्वी के इस वादों को लेकर राजनीतिक जानकर मानते हैं कि बिहार के युवाओं को अगर तेजस्वी ने लुभा लिया तो वो इस बार के विधानसभ चुनाव में किंगमेकर की भूमिका में आ जाएंगे.

जानकार मानते हैं कि तेजस्वी ने युवाओस से जो वादें किए हैं वो छात्रों और युवाओं से जुड़ा हुआ है. बिहार में लाखों छात्र सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं. वो हर साल सरकारी फॉर्म भरते हैं, इसके साथ ही परीक्षा देने जाने और आने में उनका काफी पैसा खर्च होता है. वहीं, नौकरी की तैयारी के लिए बिहार में कई कोचिंग हैं जो हर छात्र से हजारो रुपये लेते हैं. मगर तेजस्वी ने वादा किया है कि उनकी सरकार आती है तो नौकरी की तैयारी सरकार करवाएगी.

तेजस्वी यादव अगर इन वादों से छात्रों और युवाओं को फांस लेते हैं तो इस चुनाव में JDU और BJP को बैकफुट पर ला सकते हैं.

तेजस्वी का नीतीश और NDA पर निशाना

तेजस्वी ने इस मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा. उन्होंने नीतीश को ‘टायर्ड और रिटायर्ड’ बताते हुए उनकी सरकार को RSS और बीजेपी के इशारे पर चलने वाली कठपुतली करार दिया. तेजस्वी का दावा है कि उनकी 17 महीने की सरकार ने 65% आरक्षण लागू किया था, लेकिन नीतीश सरकार ने इसे लागू करने में बाधा डाली. तेजस्वी ने बीजेपी को ‘झूठे वादों’ की पार्टी बताया और कहा कि जनता अब उनके बहकावे में नहीं आएगी.

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महागठबंधन की चुनौतियां

RJD के नेतृत्व में महागठबंधन (RJD, कांग्रेस, CPI, CPI(ML)) 2025 के चुनाव में NDA को चुनौती देने की तैयारी कर रहा है. हालांकि, सीट बंटवारे को लेकर गठबंधन में खींचतान शुरू हो गई है. RJD 150+ सीटों पर दावा कर रहा है.

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