Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति के धुर विरोधी उद्धव और राज ठाकरे 20 साल बाद फिर से एक साथ आ गए हैं. बीएमसी चुनाव में ठाकरे परिवार की पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी. इसके लिए आज बुधवार को ऐलान हो गया है. स्थानीय निकाय चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब विपक्षी पार्टियां एक्टिव मोड पर आ गई हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र में हो रहे बीएमसी चुनाव समेत सभी 29 नगर निगम चुनावों के लिए ठाकरे परिवार ने हाथ मिलाया है. गठबंधन को लेकर संजय राउत ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. बालासाहब ठाकरे का पूरा परिवार एक साथ आ रहा है.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) और राज ठाकरे की पार्टी नव निर्माण सेना (MNS) ने बीएमसी चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है. ठाकरे परिवार ने बुधवार को संयुक्त प्रेसवार्ता कर औपचारिक रूप से गठबंधन की घोषणा की है. इस दौरान उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र का नेतृव्य केवल ठाकरे परिवार ही कर सकते हैं. उद्धव ने कहा कि हमारी सोच एक ही है. हम एकसाथ रहने के लिए यहां आए हैं.
दिल्ली में बैठे 2 लोगों को रोकने आए
इस दौरान उद्धव ठाकरे बोले कि हमें 107 लोगों की शहादत के बाद ये महाराष्ट्र मिला है. उस दौरान आंदोलन की अगुआई हमारे दादा कर रहे थे. जब हमको महाराष्ट्र मिला तो इसके कई वर्षों बाद मराठी लोगों के अधिकारों के लिए शिवसेना की स्थापना की. उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में बैठे दो लोगों को रोकने आए हैं. इस दौरान उद्धव के पुत्र आदित्य ठाकरे और राज ठाकरे के पुत्र अमित ठाकरे भी साथ रहे.
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मुंबई का मेयर मराठी ही होगा
उद्धव ठाकरे बोले कि आज भी मराठियों का संघर्ष, उनका बलिदान याद है. हमें जो लोग दिल्ली में बैठकर हमें तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. उनको पता होना चाहिए कि अब हम टूटने वाले नहीं है. अगर इस बार हम टूटे तो हमारे बलिदान का अपमान होगा. इस दौरान राज ठाकरे बोले कि हमारे लिए महाराष्ट्र और मुंबई किसी झगड़े से बड़ा है. आज से हम दोनों भाई फिर से एक साथ हैं. हमारे लिए कोई भी सीटों का बंटवारा मायने नहीं रखता. लेकिन आप सबको बता दूं कि मुंबई का मेयर मराठी ही होगा और वह हमारा होगा. फिलहाल, अभी सीट शेयरिंग को लेकर बात फाइनल नहीं हुई है.
