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ट्रक में बक्से, बक्सों के भीतर किलर ड्रोन… रूसी एयरबेस को ‘ऑपरेशन स्‍पाइडर वेब’ के जरिए यूक्रेन ने ऐसे किया तबाह

Russia Ukraine War

यूक्रेन ने रूस के एयरबेस पर किया हमला

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में एक नया धमाका हुआ है. यूक्रेन ने रूस के हवाई अड्डों पर ऐसा हमला बोला कि रूसी सेना हक्की-बक्की रह गई. इस ऑपरेशन का नाम है ‘स्पाइडर वेब’ (Operation Spider Web). यूक्रेन ने रूस के 41 लड़ाकू विमानों को धूल चटा दी और इसे अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताया जा रहा है. इसकी तुलना 1941 के पर्ल हार्बर हमले से हो रही है, जब जापान ने अमेरिका को हैरान कर दिया था.

जासूसों जैसी चाल, जेम्स बॉन्ड स्टाइल

यूक्रेन ने इस हमले को अंजाम देने के लिए कोई सीधा रास्ता नहीं चुना. बल्कि, जासूसी फिल्मों जैसी चालाकी दिखाई. करीब डेढ़ साल की गुपचुप प्लानिंग के बाद, यूक्रेन ने 117 ड्रोन्स को तैयार किया. लेकिन इन ड्रोन्स को सीधे रूस में उड़ाने की बजाय, इन्हें लकड़ी के बक्सों में छिपाकर ट्रकों के जरिए रूस की सीमा में घुसाया गया. ये ट्रक रूसी हवाई अड्डों के पास पहुंचे, और फिर… बटन दबा, बक्सों की छत खुली, और ड्रोन आसमान में निकल पड़े.

सबसे मजेदार बात? इस ऑपरेशन का कंट्रोल रूम रूस की खुफिया एजेंसी FSB के मुख्यालय के ठीक बगल में बनाया गया था. सोचिए, रूस की नाक के नीचे यूक्रेन ने ऐसा खेल खेला कि रूसी सेना को भनक तक नहीं लगी.

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रूस को 7 अरब डॉलर का चूना

यूक्रेन का दावा है कि इस हमले में रूस के 41 विमान, जिनमें Tu-95, Tu-22 जैसे न्यूक्लियर बमवर्षक और A-50 जैसे खतरनाक विमान शामिल थे, पूरी तरह तबाह हो गए. ये वही विमान थे, जो यूक्रेन पर बमबारी कर रहे थे. इस हमले से रूस को 7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, यानी करीब 58,000 करोड़ रुपये बर्बाद. रूस के रक्षा मंत्रालय ने माना कि उनके मुरमांस्क, इरकुत्स्क, इवानोवो, रियाजान और अमूर हवाई अड्डों पर हमले हुए. हालांकि, रूस का कहना है कि उन्होंने ज्यादातर ड्रोन्स को मार गिराया, लेकिन कुछ विमानों में आग लगने की बात भी कबूल की.

पर्ल हार्बर जैसा क्यों?

1941 में जापान ने अमेरिका के पर्ल हार्बर पर अचानक हमला करके पूरी दुनिया को चौंका दिया था. उसी तरह, यूक्रेन ने रूस के अंदर घुसकर ऐसा हमला किया, जिसकी रूस को उम्मीद भी नहीं थी. इस ऑपरेशन की चालाकी, सटीकता और नुकसान की वजह से इसे पर्ल हार्बर जैसा माना जा रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे अपनी सेना का सबसे लंबी दूरी का हमला बताया और कहा, “हमने दिखा दिया कि हमारी ताकत क्या है. “

जंग का नया मोड़

यह हमला न सिर्फ रूस के लिए झटका है, बल्कि यह जंग में एक नए अध्याय की शुरुआत भी हो सकता है. यूक्रेन ने दिखा दिया कि वह रूस के घर में घुसकर जवाब दे सकता है. अब सवाल यह है कि रूस इस हमले का जवाब कैसे देगा? क्या यह जंग और भयानक मोड़ लेगी? फिलहाल, पूरी दुनिया की नजर इस जंग पर टिकी है.

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