UP Monsoon Session: उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला. उनका अंदाज था शायराना, तंज तीखा और तथ्य दमदार. अबकी बार सीएम योगी ने सपा के चर्चित ‘PDA’ फॉर्मूले को ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ करार दिया. उन्होंने कहा, “सपा का बस एक ही मकसद है, परिवार का विकास!”
सीएम योगी ने आगे कहा, “बड़ा हसीन है इनकी जुबान का जादू, लगाकर के आग बहारों की बात करते हैं.” यह सुनकर सदन में हंसी के साथ-साथ सियासी गर्मी भी बढ़ गई.
सपा पर योगी का निशाना
योगी ने पहले की सपा सरकार पर अराजकता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उस दौर में नौकरियों के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. उन्होंने कहा कि आज बिना भेदभाव और तुष्टीकरण के हर वर्ग को योजनाओं का लाभ मिल रहा है. योगी ने जोर देकर कहा कि यूपी अब ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र पर चल रहा है. सीएम ने विपक्ष को ‘कूपमंडूक’ यानी संकीर्ण सोच वाला बताया और कहा कि उनकी सोच सिर्फ अपने परिवार तक सीमित है. उन्होंने सपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी नीतियों ने यूपी को पीछे धकेला, लेकिन अब राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
यूपी की तरक्की का बहीखाता
सीएम योगी ने कहा कि कैसे राज्य ने बीते कुछ सालों में अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है. उन्होंने कहा कि 2016-17 में यूपी की जीएसडीपी महज 13 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब 2025 के अंत तक 35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है. यूपी अब ‘बीमारू’ राज्य नहीं, बल्कि ‘रेवेन्यू सरप्लस स्टेट’ बन चुका है. सीएम ने बताया कि आजादी के समय यूपी की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत के बराबर थी, लेकिन 2017 तक यह राष्ट्रीय औसत का एक-तिहाई रह गई थी. उद्योगों पर ताले लग गए थे, और निर्यात केवल 84 हजार करोड़ रुपये का था. लेकिन अब यूपी की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ रही है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश 11वें स्थान से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जबकि सपा के शासन में यूपी की हिस्सेदारी राष्ट्रीय जीडीपी में 14% से घटकर 8% रह गई थी.
सपा को याद आए आजम खान
सदन में सपा के नेता माता प्रसाद पांडेय ने आजम खान का मुद्दा उठाया और कहा कि उन्हें पांच साल से न्याय नहीं मिला. इस पर योगी ने तंज कसते सवाल उठाए और कहा कि अब अचानक उन्हें अपने पुराने साथी की याद क्यों आई?
यूपी की बदली तस्वीर
योगी ने कहा कि 1947 से 2017 तक, कुछ समय को छोड़कर, यूपी की स्थिति गंभीर थी. नदियां थीं, श्रमबल था, फिर भी प्रगति की रफ्तार धीमी थी. नीति आयोग की फिस्कल रिपोर्ट में यूपी को पिछड़ा राज्य माना जाता था, और राज्य का बजट केंद्र के करों पर निर्भर था. लेकिन अब यूपी विकास के पथ पर तेजी से बढ़ रहा है. सीएम ने कहा, “हमने यूपी को बीमारू से बेस्ट बनाया है.”
