UP News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध अवसानेश्वर महादेव मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार यानी 28 जुलाई को तड़के करीब 2-3 बजे एक दुखद हादसा हुआ. जलाभिषेक के लिए उमड़ी भारी भीड़ के बीच मंदिर परिसर में बिजली का तार टूटकर टीन शेड पर गिर गया, जिससे करंट फैल गया. इससे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ की स्थिति बन गई. इस हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 40 घायल हुए हैं.
भगदड़ में घायल लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. मृतकों में से एक की पहचान मुबारकपुर, थाना लोनीकटरा निवासी 22 वर्षीय प्रशांत के रूप में हुई है, जबकि दूसरे मृतक की पहचान की जा रही है.
हादसे का कारण
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर परिसर में लगे टीन शेड पर कुछ बंदर बिजली के तार पर कूद गए, जिससे तार टूटकर शेड पर गिर गया. तार टूटने से करंट पूरे टीन शेड में फैल गया, जिसके कारण लोग दहशत में आ गए और भगदड़ मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भारी भीड़ और अचानक करंट फैलने से लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े.
प्रशासन और पुलिस का त्वरित कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. मंदिर परिसर में पहले से ही सावन के कारण पुलिस बल तैनात था, लेकिन हादसे के बाद अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया. घायलों को तत्काल हैदरगढ़ और त्रिवेदीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया. जबकि गंभीर रूप से घायल दो लोगों को बाराबंकी जिला अस्पताल रेफर किया गया. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर स्थिति को नियंत्रण में लिया.
मुख्यमंत्री का संज्ञान और निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया और अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य सुनिश्चित करने और घायलों को उचित इलाज प्रदान करने का निर्देश दिया है. प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके.
मंदिर की स्थिति
हादसे के बाद मंदिर परिसर में स्थिति सामान्य हो गई है और श्रद्धालु नियमित रूप से दर्शन-पूजा कर रहे हैं. अवसानेश्वर महादेव मंदिर, जो बाराबंकी जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर है, करीब 450 वर्ष पुराना है और ढाई एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. सावन के महीने में यहां भारी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं.
हरिद्वार हादसे से तुलना
रविवार, 27 जुलाई को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में में भी अचानक भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है. यहां भी करंट की अफवाह के कारण भगदड़ मची थी. बाराबंकी के हादसे ने मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था और बिजली के तारों की देखरेख पर सवाल उठाए हैं.
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वर्तमान स्थिति
प्रशासन के मुताबिक, मंदिर में स्थिति अब नियंत्रण में है. घायलों का इलाज चल रहा है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटना की जांच में जुटे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके. स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस हादसे से स्तब्ध हैं और मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की मांग उठ रही है.
