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भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर आज होगी बात, ट्रंप ने इंडिया भेजा अपना ‘दूत’, दुनियाभर की नजरें टिकीं

India US trade talks

भारत-अमेरिका ट्रेड बातचीत.

India-US trade talks: भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बात बन सकती है. आज दोनों देशों पर ट्रेड डील को लेकर बात होगी. डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और अमेरिका के प्रमुख वार्ताकार ब्रेंडन लिंक एक दिन पहले ही यानी सोमवार रात ही भारत पहुंच चुके हैं. कई दिनों तक दोनों देशों के बीच ट्रेड डील को लेकर 5 दौर की बातचीत हुई थी. लेकिन ट्रंप के भारत पर एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत रुक गई थी. अब एक बार फिर दोनों देश बातचीत करने के लिए टेबल पर आए हैं.

भारत-अमेरिका की बातचीत पर दुनियाभर की निगाहें

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत पर दुनिया के तमाम देशों की निगाहें हैं. भारत के रूस से तेल खरीदने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत एक्ट्रा टैरिफ लगाते हुए कुल 50 प्रतिशत टैरिफ कर दिया था. जिसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते हुए नजर आए थे. भारत ने अमेरिका के टैरिफ लगाने पर आपत्ति जताई थी. ऐसे में एक बार फिर भारत और अमेरिका के बीच मंगलवार को टैरिफ को लेकर छठे दौर की बातचीत होने जा रही है.

एक्ट्रा टैरिफ हटाए बिना नहीं बनेगी बात!

जानकारों का मानना है कि जब से अमेरिका ने भारत पर एक्ट्रा 25 परसेंट टैरिफ लगाया है, तभी से दोनों देशों के रिश्तों में फर्क पड़ा है. अब ट्रंप के करीबी और अमेरिका के लिए दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच भारत से ट्रेड डील को लेकर बातचीत करेंगे. लेकिन बताया जा रहा है कि जब तक अमेरिका भारत पर एक्ट्रा 25 परसेंट टैरिफ नहीं हटाता, तब तक बात बनती मुश्किल नजर आ रही है.

PM मोदी के SCO समिट में शामिल होने के बाद बदले ट्रंप के सुर

भारत पर 50 परसेंट टैरिफ लगाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 साल बाद 31 अगस्त को चीन की यात्रा पर पहुंचे थे. पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन(SCO) की समिट में हिस्सा लेने चीन के तिआनजिन पहुंचे थे. पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाकात पूरी दुनिया में सुर्खियों में रही थी.

इसके बाद अमेरिका में भी ट्रंप की नीतियों की आलोचना होने लगी थी. कहा जा रहा था कि अमेरिका की नीतियों के कारण भारत चीन की तरफ चला गया है. ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप पर दबाव बनने के बाद उनके सुर बदले हुए नजर आए थे. इसके बाद उन्होंने ट्वीट करके पीएम मोदी को अपना सच्चा दोस्त बताया था. हालांकि ट्रंप के ट्वीट का पीएम मोदी ने भी जवाब देते हुए कहा था कि  मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापारिक बातचीत भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेंगी.

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टैरिफ विवाद पर तनाव

भारत और अमेरिका के बीच हाल के महीनों में रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं, खासकर तब से जब से अमेरिका ने भारत के रूस से तेल खरीदने के जवाब में 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया, जिससे कुल टैरिफ 50% हो गया. ट्रंप ने इस मुद्दे पर अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा था- ‘मुझे निराशा है कि भारत रूसी तेल खरीद रहा है. यह वैश्विक कूटनीति में गलत संकेत देता है.’

वहीं भारत ने इस टैरिफ को ‘अनुचित और अविवेकपूर्ण’ करार दिया और अपनी ऊर्जा जरूरतों और रणनीतिक स्वतंत्रता का बचाव किया था.

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