Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मथुरा में शनिवार, 5 जुलाई की शाम एक अनोखी घटना सामने आई, जब एक होमगार्ड जवान ने जिला मजिस्ट्रेट (DM) सी.पी. सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्लोक कुमार को ई-रिक्शा में परिक्रमा मार्ग पर जाने से रोक दिया. यह घटना मुड़िया पूर्णिमा मेले के दौरान हुई, जब दोनों अधिकारी मेले का निरीक्षण करने निकले थे. होमगार्ड की कर्तव्यनिष्ठा और नियमों के प्रति निष्ठा ने न केवल अधिकारियों को प्रभावित किया, बल्कि जनता और सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब सराहना हो रही है.
क्या हुआ था?
डीएम और एसएसपी मथुरा में चल रहे मुड़िया पूर्णिमा मेले की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए परिक्रमा मार्ग पर ई-रिक्शा से जा रहे थे. बागड़ी प्याऊ तिराहे के पास ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान ने उनके ई-रिक्शा को रोक लिया. क्योंकि इस मार्ग पर ई-रिक्शा का प्रवेश प्रतिबंधित था. होमगार्ड ने अधिकारियों को अपना परिचय देने के बावजूद नियमों का हवाला देते हुए आगे जाने से मना कर दिया.
अधिकारियों ने दी प्रतिक्रिया
होमगार्ड की इस ईमानदारी और अनुशासन को देखते हुए डीएम और एसएसपी ने बिना किसी आपत्ति या बहस के अपना रास्ता बदल लिया. दोनों अधिकारियों ने होमगार्ड की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की और उसे सम्मानित करने का निर्णय लिया. यह घटना नियमों के प्रति सम्मान और कर्तव्य के प्रति निष्ठा का एक शानदार उदाहरण बन गई.
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होमगार्ड को सम्मान
होमगार्ड ने अधिकारियों के सामने नियमों का पालन सुनिश्चित किया. ये घटना अनुशासन और ईमानदारी का प्रतीक बन गया. होमगार्ड की इस कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए अधिकारियों ने उसे सम्मानित करने की घोषणा की है. यह कदम न केवल होमगार्ड का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि अन्य कर्मचारियों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा.
