Pakistan: भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को टूरिस्टों पर आतंकी हमला हुआ था. जिसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी. जिसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच काफी तनाव बढ़ गया है. इस तनाव को देखते हुए जंग जैसे हालात बने हुए हैं. इसी बीच पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की एक मस्जिद से बड़ा ऐलान हुआ है. लाल मस्जिद के मौलाना अब्दुल अज़ीज गाज़ी (Lal Masjid Imam Maulana Abdul Aziz Ghazi) ने भाषण देते हुए पाक सेना का साथ नहीं देने का एलान किया है.
पाकिस्तान के इस्लामाबाद की लाल मस्जिद काफी जानी मानी है. पाकिस्तान में इस मस्जिद और इसके इमाम का गहरा प्रभाव है. लाल मस्जिद लंबे समय से अपनी कथित कट्टरपंथी गतिविधियों के लिए भी चर्चा में रही है. अभी यहां के इमाम मौलाना अब्दुल अजीज गाजी हैं. भारत-पाक तनाव के बीच उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपने बयान के द्वारा भारत के साथ युद्ध का समर्थन करने से इनकार कर दिया है.
उन्होंने अपने एक भाषण में कहा है कि पाकिस्तान में भारत से ज्यादा दमन है. पाकिस्तान का युद्ध इस्लाम के लिए नहीं बल्कि राष्ट्रीयता के लिए है. हमें इसमें शामिल होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत ने कभी लाल मस्जिद या वजीरिस्तान पर बमबारी नहीं की. लेकिन, पाकिस्तानी सेना अपने ही लोगों पर हमले करती रही है. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में भारत की तुलना में मुस्लिमों पर कहीं ज्यादा दमन होता है.
पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित लाल मस्जिद के मौलाना अब्दुल अज़ीज गाज़ी ने भाषण देते हुए लोगों से पूछा- ‘जंग की सूरतेहाल में आप में से कितने लोग पाकिस्तान का साथ देंगे?’ जवाब में किसी ने भी हाथ नहीं उठाया. मौलाना गाजी ने आगे कहा कि बलूच, पश्तून, इमरान खान की पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ताओं, मौलवियों और पत्रकारों के आए दिन ज्यादतियां होती हैं. इन्हें जबरन गायब कर दिया जाता है. इनके साथ अन्याय हो रहा है. और हम भारत के जंग की बात कर रहे है. जबकि वहां इस्लाम की स्थिति कहीं हमसे ज्यादा बेहतर है.
लाल मस्जिद से मौलाना गाजी का आया यह बयान काफी चौकाने वाला है. क्योंकि लाल मस्जिद लंबे समय से कट्टरपंथी विचारधारा और तालिबान जैसे संगठनों के समर्थन के लिए जानी जाती है.
