Vistaar NEWS

दो साल… एक जैसे कैलेंडर, एक जैसी बर्बादी… क्या है 2025 में तबाही की वजह?

Ahemdabad Plane Crash and Israel War

अहमदाबाद विमान क्रैश और इरान वॉर

Israel-Iran War: 2025 का कैलेंडर बिल्कुल वैसा ही है जैसा 1941 का था. दोनों कैलेंडर बिल्कुल एक जैसे हैं. सभी 12 महीनों में दिन-तारीख पैटर्न एक जैसे हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या साल 1941 में जितनी तबाही और बर्बादी हुई, साल 2025 में भी होगी?

साल 1941 और साल 2025 में क्या समानता?

साल 1941 और साल 2025, दोनों की शुरुआत 1 जनवरी बुधवार से हुई और पूरे साल दिनों का क्रम एक जैसा है. जिससे एक दिलचस्प संयोग बन रहा है. सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की परिक्रमा में मामूली विसंगति होती है, जिसे ठीक करने के लिए हर चार साल में एक दिन कैलेंडर में जुड़ता है. तब लीप वर्ष होता है. इस निरंतर प्रक्रिया के कारण दिनों और तिथियों का क्रम दोहराता है. जिससे ऐसी दुर्लभ घटनाएं होती हैं.

1941 में हुई घटनाएं

द्वितीय विश्व युद्ध (1 जनवरी-31 दिसंबर)
जापान ने हांगकांग पर हमला किया
ब्रिटेन में RAF प्रशिक्षण उड़ानों के दौरान कैश हुआ
ब्रिटिश सेना ने केन्या पर कब्जा किया
चीन के ह्यूनान में बाढ़ ने तबाही मचाई
अमेरिका में ट्रेन डिरेल की कई घटनाएं

2025 में हुई घटनाएं

इजरायल-ईरान के बीच युद्ध
पाकिस्तान पर भारत ने एयर स्ट्राइक की
अहमदाबाद में एअर इंडिया का विमान क्रैश
भगदड़ की कई घटनाएं हुईं
मोक्का में बाढ़ से सैकड़ों लोगों की मौत
मुंबई और जलगांव जैसे रेल हादसे

क्या साल 2026 का कैलेंडर 1942 जैसा होगा?

साल 2025 और 1941 का कैलैंडर मैच होने के बाद लोगों के मन में सवाल है कि क्या इसके बाद वाले साल यानि 1942 और 2026 का कैलेंडर भी एक जैसा होगा? जवाब है नहीं, साल 2026 का कैलेंडर साल 1942 जैसा नहीं होगा. दरअसल, एक साधारण वर्ष के बाद, कैलेंडर 6 या फिर 11 साल बाद दोहराता है. लेकिन बात लीप वर्ष की हो तो, कैलेंडर 28 साल बाद दोहराता है. 1942 एक साधारण वर्ष था और 2026 भी एक साधारण वर्ष ही है, लेकिन 1942 और 2026 के बीच 6 या 11 साल नहीं बल्कि 84 साल का अंतर है, ऐसे में ये दोनों कैलेंडर मैच नहीं होंगे.

यह भी पढ़ें: साइप्रस पहुंचकर PM मोदी ने तुर्की को दे दिया सिरदर्द! समझिए भारत की ‘एक्ट वेस्ट’ नीति से ‘आतंकिस्तान के दोस्त’ को कैसे लगा करारा झटका

तबाही के लिए अंक 9 जिम्मेदार?

साल 2025 का मूलांक है 9, और अंक 9 को समाप्ति और नई शुरुआत का संकेत माना जाता है. अंक ज्योतिष के अनुसार, 9 अंक का स्वामी मंगल ग्रह है इसलिए 2025 में मंगल ग्रह का प्रभाव बहुत अधिक है. जैसे मूलांक 9 वाले लोग थोड़े उग्र और जिद्दी होते हैं. ठीक वैसे ही इस साल में भी हमें कई उग्र हादसे और कई दुर्घनाएं देखने को मिली. आने वाले दिनों में ग्रहों की स्थिति में की बड़े बदलाव होंगे.

ज्योत्षाचार्यों का मानना है कि आने वाले समय में दुनियाभर में कई घटनाएं होंगी. ज्योतिषों ने पहले भी अनुमान लगाया था कि साल 2025 में कई प्राकृतिक आपदाएं (भूकंप, सुनामी और अकाल) आ सकती हैं. वहीं दुनिया भर में आर्थिक संकट भी गहरा सकता है. जिससे कई देशों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. कुछ भविष्यवक्ताओं ने तीसरे विश्व युद्ध की भी संभावना जताई है.

Exit mobile version