Judge Viral Letter: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश ने अपने अर्दली राकेश कुमार को नोटिस जारी किया है. कारण था कि अर्दली ने जज साहब के निर्देश पर चाय के साथ बिस्किट परोसने के बजाय खराब और बदबूदार दालमोट (नमकीन) परोस दी.
यह घटना 30 मई की है. जब सिविल जज (जूनियर डिवीजन)/एफटीसी नवीन गोंडा, सुश्री शर्मिष्ठा साहू, जज साहब से मिलने उनके विश्राम कक्ष में आई थीं. नोटिस में उल्लेख किया गया कि आलमारी में अच्छी स्थिति के बिस्किट उपलब्ध थे, फिर भी अर्दली ने जानबूझकर खराब दालमोट परोसी, जो फेंकने की स्थिति में थी. इस लापरवाही को ‘गुस्ताखी’ मानते हुए न्यायाधीश ने अर्दली से स्पष्टीकरण मांगा है. इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी चर्चा बटोरी, जहां कुछ लोगों ने इसे हास्यास्पद बताया, तो कुछ ने इसे न्यायिक प्रणाली में छोटी बातों पर अतिरिक्त सख्ती का उदाहरण माना.
नोटिस में क्या ?
न्यायाधीश ने नोटिस का जवाब अर्दली से सात दिनों के भीतर लिखित में मांगा है. साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. नोटिस में लिखा गया- ‘आज दिनांक 30 मई को लंच समय में मेरे विश्राम कक्ष में सिविल जज (जू०डि०)/एफटीसी नवीन, गोंडा सुश्री शर्मिष्ठा साहू मिलने आई थीं, जिस पर मेरे द्वारा आपको चाय/बिस्कुट लाने हेतु कहा गया, जबकि आपके द्वारा खराब नमकीन परोसी गई.’
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जज का लेटर वायरल
यह नोटिस सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद यह मामला स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया. सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने इस घटना को मजेदार और हास्यास्पद बताया, तो कुछ ने इसे न्यायिक प्रणाली में छोटी बातों पर अत्यधिक सख्ती का उदाहरण माना. कुछ पोस्ट्स में इसे ‘मिलार्ड के जलवे’ कहकर हल्के-फुल्के अंदाज में पेश किया गया, जबकि अन्य ने इसे अनुशासन और जिम्मेदारी पर जोर देने का प्रतीक बताया.
