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योगी आदित्यनाथ ने रचा इतिहास, यूपी के सबसे लंबे कार्यकाल वाले CM बने, तोड़ा गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड

Yogi Adityanath

योगी आदित्यनाथ ने तोड़ा गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड

Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए राज्य के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री बनने का कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है. उन्होंने प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत के 8 साल और 127 दिन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए 8 साल और 132 दिन का कार्यकाल पूरा किया है. यह उपलब्धि 27 जुलाई को दर्ज की गई.

योगी का ऐतिहासिक कार्यकाल

योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2022 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद वे लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. वे उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने एक पूर्ण कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा लगातार सत्ता संभाली. उनका कार्यकाल अब तक 8 साल और 132 दिन का हो चुका है, जो गोविंद बल्लभ पंत के रिकॉर्ड से 5 दिन अधिक है.

गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड

पंडित गोविंद बल्लभ पंत, जो उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे, उन्होंने स्वतंत्रता से पहले और बाद में कुल 8 साल और 127 दिन तक मुख्यमंत्री पद संभाला था. उनकी यह अवधि लंबे समय तक एक बेंचमार्क रही, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इस रिकॉर्ड को तोड़कर नया इतिहास रच दिया है.

योगी का राजनीतिक सफर

योगी आदित्यनाथ, जिनका मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है, उन्होंने 1998 में मात्र 26 वर्ष की आयु में गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था. वे पांच बार गोरखपुर से सांसद रहे और देश के सबसे युवा सांसदों में से एक थे. गोरखनाथ मठ के महंत के रूप में उनकी धार्मिक और सामाजिक पहचान ने उन्हें एक मजबूत नेता बनाया. 2017 में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया, जिसके बाद उन्होंने कानून-व्यवस्था, विकास और हिंदुत्व के एजेंडे को मजबूती से आगे बढ़ाया.

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योगी सरकार की उपलब्धियां

योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल कानून-व्यवस्था, माफिया मुक्त उत्तर प्रदेश, और विकास परियोजनाओं के लिए जाना जाता है. उनकी सरकार ने ‘दंगामुक्त शासन’ और ‘मुख्यमंत्री सुपोषण योजना’ जैसी पहलों के साथ सुशासन को बढ़ावा दिया. इसके अलावा, धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार, औद्योगिक निवेश और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर उनके कार्यों ने उनकी लोकप्रियता को और मजबूत किया है.

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