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‘कॉल न उठाना नहीं करेंगे बर्दाश्त…’, योगी के ऊर्जा मंत्री ने अफसरों को लगाई फटकार, अखिलेश ने कसा तंज

Uttar Pradesh

ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा

UP News: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और जनता की शिकायतों के प्रति असंवेदनशील रवैये पर कड़ा रुख अपनाया है. लखनऊ के शक्ति भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई, यह कहते हुए कि टॉप अफसर बिजली आपूर्ति बाधित होने पर जनता के फोन कॉल तक रिसीव नहीं कर रहे. इस बीच, विपक्षी दल समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने शर्मा और योगी सरकार पर तंज कसा है.

शनिवार, 26 जुलाई की देर रात ऊर्जा मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक ऑडियो क्लिप शेयर की. जिसमें बस्ती जिले के एक उपभोक्ता और अधीक्षण अभियंता (सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर) प्रशांत सिंह के बीच हुई बातचीत में अधिकारी का अमर्यादित व्यवहार स्पष्ट सुनाई देता है. इस ऑडियो को एक वरिष्ठ राजनेता, जो कई बार सांसद रह चुके हैं, उन्होंने मंत्री को भेजा था और कार्रवाई की मांग की थी. शर्मा ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि जनता की शिकायतों को गंभीरता से न लेने और असंवेदनशील रवैये के ‘परिणाम भयंकर होंगे.’

ऑडियो में क्या था?

ऑडियो में बस्ती के एक उपभोक्ता, जो स्वयं को रिटायर्ड अधिकारी बता रहे थे, उन्होंने बिजली कटौती की शिकायत के लिए अधीक्षण अभियंता प्रशांत सिंह को कॉल किया. उपभोक्ता ने बताया कि उनके क्षेत्र में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक बिजली नहीं थी. जवाब में, प्रशांत सिंह ने न केवल शिकायत को गंभीरता से लेने से इनकार किया, बल्कि असंवेदनशील और अमर्यादित तरीके से बात की. उन्होंने अपने कथित राजनीतिक संबंधों का हवाला देते हुए कहा- ‘राजबब्बर समधी हैं और राम जी लाल सुमन मेरे बहनोई हैं.’ जब उपभोक्ता ने पूछा कि क्या वह सपा के करीबी हैं और बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो अधिकारी ने हंसते हुए जवाब दिया- ‘भट्ठा तो आप लोग बैठा रहे हैं.’ इस ऑडियो ने बिजली विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए.

अधिकारी का निलंबन

ऑडियो वायरल होने के कुछ घंटों बाद, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बस्ती के अधीक्षण अभियंता प्रशांत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. शर्मा ने X पर एक और पोस्ट में इसकी जानकारी दी, जिसमें उन्होंने कहा कि उपभोक्ता की शिकायत के प्रति असंवेदनशीलता और अमर्यादित व्यवहार के कारण यह कार्रवाई की गई. साथ ही, उन्होंने सभी बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों को दोबारा निर्देश दिए कि वे उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान करें.

मंत्री की चेतावनी- ‘बकवास बंद करो’

ऊर्जा मंत्री ने ऑडियो शेयर करने के साथ ही अपने पोस्ट में लिखा कि तीन दिन पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक (MD), और अन्य अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि टोल-फ्री नंबर 1912 या अन्य तकनीकी व्यवस्थाएं मानवीय संवाद का विकल्प नहीं हो सकतीं. उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि जनता के प्रति जिम्मेदारी समझें, शालीन भाषा में संवाद करें, और समस्याओं का तुरंत समाधान करें. शर्मा ने पहले भी एक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा था- ‘आप लोग अपनी बकवास बंद करिए, मैं बकवास सुनने नहीं आया हूं.’

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अखिलेश यादव ने कसा तंज

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि बिजली विभाग का “ट्रांसफॉर्मर उड़ गया” है और सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। अखिलेश ने ऊर्जा मंत्री के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार के पास बिजली संकट का कोई ठोस जवाब नहीं है और मंत्री केवल बैठकों में “बकवास” बंद करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार जानबूझकर बिजली व्यवस्था को खराब कर रही है ताकि निजीकरण को बढ़ावा दिया जा सके.

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