Saudi Arabia: सऊदी अरब में 14 लोगों की मौत हो गई है. यह सभी लोग इस्लामी तीर्थयात्रा हज(Hajj Pilgrims) के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे. रविवार को सऊदी अरब सरकार के अधिकारियों ने कहा कि अधिक गर्मी(Heatstroke) के कारण यह मौतें हुई हैं. जानकारी के मुताबिक सभी मृतक जॉर्डन के रहने वाले थे. जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने भी इस बात की पुष्टि की है. दरअसल, राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार रविवार को इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल में तापमान 49 डिग्री तक पहुंच गया. ऐसे में कई लोगों को लू लगने के भी मामले सामने आए हैं.
मृतकों के परिवारों के संपर्क में है जॉर्डन का विदेश मंत्रालय
सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अल-अब्दुलाली ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि हज यात्रियों में गर्मी से तनाव और लू लगने के 2,700 से अधिक मामले सामने आए हैं. वहीं जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसके 14 नागरिक अधिक गर्मी के कारण लू लगने से मर गए हैं और 17 अन्य लापता बताए गए. जॉर्डन के अधिकारियों ने बताया कि लापता लोगों की तलाश जारी है. जॉर्डन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह मृतकों के परिवारों की इच्छा के अनुसार उनके शवों को दफनाने या उनके घर तक लाने के लिए सऊदी सरकार के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
10 बजे से 4 बजे तक बाहर जाने से बचे- स्वास्थ्य मंत्रालय
दूसरी ओर AFP न्यूज एजेंसी ने ईरानी रेड क्रिसेंट के हवाले से पुष्टि की है कि पांच ईरानी हज यात्रियों की भी मृत्यु हो गई है, लेकिन फिलहाल यह नहीं बताया गया कि उनकी मृत्यु कैसे हुई है. बता दें कि, सऊदी अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष 18 लाख से अधिक हज यात्री भाग ले रहे हैं. गौरतलब है कि, सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख अयमान गुलाम ने पिछले सप्ताह ही चेतावनी दी थी कि इस साल हज के दौरान मक्का और मदीना में औसत तापमान में सामान्य से 1.5 से 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है. सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी एक निर्देश जारी किया है, जिसमें हज यात्रियों से कहा गया है कि वह हाइड्रेटेड रहे और दिन के सबसे गर्म घंटों यानी सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक बाहर जाने से बचे.