Tanker Blast: शुक्रवार, 20 दिसंबर की सुबह-सुबह अजमेर हाईवे पर एक केमिकल से भरे टैंकर में बलास्ट हो गया. यह ब्लास्ट दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने LPG गैस से भरे टैंकर में हुआ है. हादसे में अब तक 11 लोगों के जिंदा जलने की बात सामने आई है. जबकि 3 दर्जन से अधिक लोग इस धमाके में झुलस गए हैं. यह हादसा तब हुआ जब LPG से भरे टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी.
ट्रक से टक्कर के बाद LPG गैस टैंकर से बाहर लीक होने लगी. गैस 200 मीटर दूर तक फैल गई और उसने आग पकड़ ली. इसके साथ ही पूरा इलाका आग का गोला बन गया. हादसे में 40 से ज्यादा गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं. कई गाड़ियां ऐसी थीं जिनमें से लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला पाया. टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे के किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री में भी आग लग गई. फिलहाल, धमाके और आग के कारण हाईवे को बंद किया गया है.
अस्पताल का बयान
एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर सुशील भाटी ने बताया कि पहले दो-तीन मरीज आए थे, इसके बाद अचानक बहुत सारे मरीज लाए गए. इनमें 4 की पहले ही मौत हो चुकी थी. अभी की स्थिति में हमारे पास 42 मरीज पहंच चुके हैं. कुल 8 डेथ हुई है. भर्ती मरीजों में 10 से 12 मरीज ऐसे हैं, जो 60% से ज्यादा जले हैं. 6 मरीज अभी वेंटिलेटर पर हैं.
रेस्क्यू में आ रही परेशानी
इस भयानक हादसे की जगह गैस फैलने से रेस्क्यू में काफी परेशानियां आ रही है. इस हादसे में आग की चपेट में आने से 40 से ज्यादा गाड़ियां खाक में मिल गई है. कई गाड़ियों से लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पाया जिस कारन वह आग में झुलस गए हैं. टैंकर के पीछे चल रही एक स्लीपर बस भी इस हादसे का शिकार हो गई. जिसमें मौजूद लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं.
कई एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर
ट्रक और टैंकर में हुए टक्कर के कारण जब एलपीजी बाहर आई तो उसने अपने आप आग पकड़ ली. क्योंकि जब टक्कर लगी तो स्पार्क हुआ था. ब्लास्ट की सूचना मिलते ही 30 से ज्यादा एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. सभी घायलों को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा सहित कई मंत्रियों ने घटनास्थल पर हादसे के कारणों की जानकारी ली.
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मरने वालों की संख्या में हो रही वृद्धि
अजमेर हाईवे पर हुए इस हादसे में 40 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इनमें से 3 लोगों की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई. मरने वालों की संख्या अब 11 हो गई है. 42 से ज्यादा घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसमें से 50 फीसदी से ज्यादा ऐसे हैं, जिनका शरीर हादसे में 50 प्रतिशत से भी ज्यादा झुलस गया है.
इस हादसे में झुलसे लोगों की हालत गंभीर बानी हुई है. जिस कारण मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है. हादसे की चपेट में आने वाली गाड़ियां जलकर पूरी तरह खाक हो चुकी हैं. हादसे में घायल लोगों का इलाज जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल में चल रहा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री से लेकर देश के गृहमंत्री तक इस हादसे पर दुख जताया है.