Kolkata Building Collapse: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रविवार देर रात एक पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिर गई. घटना दक्षिण कोलकाता के मेटियाब्रुज की बताई जा रही है. जहां बिल्डिंग का एक हिस्सा बगल की झुग्गी बस्ती में गिर गया. हादसे में घायल 10 लोगों का रेसक्यू किया जा चुका है और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. घटनास्थल पर अभी भी राहत और बचाव अभियान जारी है.
घटनास्थल पर राहत बचाव कार्य में जुटे अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “क्रेन के लिए आवश्यक जगह की कमी और ज्यादा अंधेरा होने के कारण हमें काम करने में समस्या हो रही है. कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल देर रात मौके पर पहुंचे. हालांकि, घटना को लेकर उन्होंने मीडिया से कोई बात नहीं की.
अवैध रूप से किया जा रहा था निर्माण
बता दें कि यह भीड़भाड़ वाला क्षेत्र कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के वार्ड नंबर 134 में आता है, जो कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है. स्थानीय निवासियों ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि क्षतिग्रस्त इमारत का निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा था. क्योंकि केएमसी का नियम पतली गलियों में पांच मंजिला भवन के निर्माण की अनुमति नहीं देते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण स्थल तक जाने वाली गली तीन फीट से अधिक चौड़ी नहीं है. झुग्गीवासियों ने बताया कि निर्माण करीब दो साल पहले शुरू हुआ था.
#WATCH दक्षिण कोलकाता के मेटियाब्रुज में एक 5 मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है: अभिजीत पांडे, प्रभारी निदेशक, पश्चिम बंगाल अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं pic.twitter.com/cF8EyKNqdG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2024
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के समय बिल्डिंग खाली थी. इसके बगल में झुग्गी बस्तियां हैं, जिसपर बिल्डिंग गिर गई. वहां लोग सो रहे थे. अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है. लोगों की तलाश के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सुवेंदु अधिकारी का टीएमसी पर निशाना
इस घटना को लेकर राज्य के मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष नेता सुवेंदु अधिकारी ने लिखा, “हजारी मोल्ला बागान में एक 5 मंजिला इमारत ढह गई है. यह क्षेत्र माननीय मेयर और नगरपालिका मामलों के मंत्री के तथाकथित ‘गढ़’ के अंतर्गत आता है. उन्होंने आगे लिखा कि मैं प्रशासन से आग्रह करता हूं कि तत्काल बचाव और राहत के लिए पश्चिम बंगाल राज्य आपदा प्रबंधन टीम को शामिल किया जाए.