Maha Kumbh 2025: आस्था की डुबकी लगाने की जिद्द, 1500 किमी स्कूटी से चलकर मुंबई से प्रयागराज पहुंचा शख्स
स्कूटी से महाकुंभ के लिए मुंबई से निकला शख्स
Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू महाकुंभ में हर दिन दुनिया भर से लोग पहुंच रहे हैं. सनातन धर्म के इस संगम में हर कोई आस्था की डुबकी लगाना चाहता है. कोई ट्रेन से तो कोई फ्लाइट से यहां पहुंच रहा है. लेकिन इस दौरान फ्लाइट टिकट महंगे और ट्रेनों में टिकट की कमी साफ देखने को मिल रही है. ऐसे में एक शख्स स्कूटी से 1500 किलोमीटर की यात्रा तय कर महाकुंभ पहुंच गया है.
मुंबई से प्रयागराज का सफर अपनी स्कूटी से तय कर पहुंचा यह शख्स बसंत पंचमी पर संगम में डुबकी लगाना चाहता है. हर सनातनी की तरह ही मुंबई से आए गौरव सूर्यकांत राणे भी संगम में स्नान करने पहुंचे हैं. गौरव सूर्यकांत राणे प्रयागराज महाकुंभ आने के लिए मुंबई से अपनी स्कूटी से पहुंचे हैं. महाकुंभ में स्कूटी से आने की राणे ने जो वजह बताई है वह हैरान कर देगी.
राणे ने 1500 किलोमीटर स्कूटी से आने का कारण बताते हुए कहा- मैंने मन में ठाना था कि महाकुंभ में स्नान करना है. ऐसे में प्रयागराज जाने के लिए जब ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा था और वहीं, फ्लाइट का टिकट मिल तो रहा था, लेकिन बहुत ही महंगा था. जिसके चलते मैंने अपना समान लेकर अकेले स्कूटी से प्रयागराज के लिए 26 जनवरी को निकल लिया.
राणे ने अपने इस आस्था वाली ट्रिप की जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपनी स्कूटी के पीछे ‘मुंबई टू महाकुंभ’ लिखवा लिया है. जानकारी के अनुसार राणे मुंबई के रहने वाले हैं. राणे मुंबई से नासिक, उज्जैन, झांसी, बांदा, चित्रकूट होते हुए मैप के सहारे प्रयागराज पहुंचे हैं. राणे ने बताया- मुझे बंसत पंचमी को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचना है. मैं अपनी स्कूटी से 1500 किलोमीटर चल चुका हूं, दिन में ज्यादा ट्रैवलिंग करता हूं. रात में 9 बजे तक स्टॉप कर देता हूं.
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जहां जो कुछ भी मिला रुक जाता हूं, चाहे होटल हो या धर्मशाला. स्कूटी से आने के सवाल पर राणे ने कहा- प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करना था, इसलिए धूमते-घूमते निकल पड़ा. इस यात्रा से मुझे एक नया एक्सपीरियंस भी लाइफ में मिलेगा. रास्ते में मैं ओंकारेश्वर, उज्जैन में महाकाल और कालभैरव महाराज का दर्शन भी कर चुका हूं. अब बसंत पंचमी पर संगम स्नान करने के बाद प्रयागराज से मुंबई के लिए निकल जाऊंगा. स्कूटी से ही लौटूंगा.