Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनूं में आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी ने बड़ी कार्रवाई की है. जहां SMS मेडिकल कॉलेज के ऑफिसर डॉ. रंजन लांबा के ठिकानों पर एसीबी ने छापेमारी की है. आय से अधिक संपत्ति मामले में झुंझुनू के तीन अलग-अलग जगहों पर एसीबी की टीम ने सर्च अभियान चलाया. साथ ही उनके जयपुर स्थित दो ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है. मिली जानकारी के मुताबकि, गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे से शुरू हुई कार्रवाई देर रात तक जारी रही. बता दें कि रंजन लांबा की आय 14 सालों में 4.2 करोड़ के बजाय 20 करोड़ रुपये मिली. जिसको लेकर अब एसीबी आगे जांच कर रही है. क्योंकि ये रकम उनके आय से 114 फीसदी ज्यादा है.
झुंझुनूं एसीबी के एएसपी इस्माइल खान के नेतृत्व में टीम ने गुढ़ा रेलवे फाटक के नजदीक उनके आवास पर रेड मारी. वहीं, चूरू एसीबी के एएसपी शब्बीर खान की टीम ने उनके स्पार हॉस्पिटल में कार्रवाई की. सीकर एसीबी टीम ने लांबा के गांव उदावास स्थित फार्म हाउस पर सर्च अभियान चलाया. इस दौरान एसीबी अधिकारियों ने डॉ. रंजन लांबा की पत्नी डॉ. सुनिता लांबा व पिता डॉ. रामनिवास लांबा समेत घर के मौजूद सदस्यों से पूछताछ की. वहीं डॉक्टर रंजन लांबा के जयपुर के वैशाली स्थित आवास पर जयपुर एसीबी ने छापेमारी की कार्रवाई की.
आय से अधिक संपत्ति का मामला
एसीबी अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, एसएमएस अस्पताल की सर्जरी यूनिट में तैनात डॉक्टर रंजन लांबा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी. शिकायत के पुष्टि के बाद गुरुवार को एसीबी की झुंझुनूं, सीकर व चूरू टीम ने झुंझुनूं में तीन और जयपुर के दो ठिकानों पर सर्च कार्रवाई की. एसीबी के प्राथमिक आंकलन व अब तक मिले दस्तावेज के अनुसार, रंजन लांबा ने अपनी पत्नी व रिश्तेदारों के नाम से संपत्ति खरीद रखी है.
बुधवार को दर्ज हुआ था मामला
एसीबी टीम ने बताया कि रंजन लांबा के पास जयपुर शहर व उसके आसपास आवासीय व व्यावसायिक जमीन हैं. डॉ. लांबा और उनके परिजनों के नाम से कई जगहों पर 22 आवासीय व कृषि प्लॉट के दस्तावेज मिले हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये मानी जा रही है. वहीं, आरोपी और उसके परिजनों के अनेक बैंक खाते मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है. आरोपी के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का बुधवार को ही मामला दर्ज किया गया था.
वेतन से 114 फीसदी अधिक इनकम
एमओ का वेतन, भत्ते समेत करीब दो से ढाई लाख रुपए महीने होता है. इस लिहाज से 30 लाख रुपए सालाना इनकम होती है. यानि 14 साल में 4.2 करोड़ रुपये डॉक्टर की इनकम होनी चाहिए. लेकिन जांच में डॉक्टर की आय 20 करोड़ रुपये सालाना पाई गई. यानि डॉक्टर के पास मिली संपत्ति के दस्तावेजों के आधार पर उनकी इनकम असल वेतन से 114 फीसद अधिक है. जिसको लेकर एसीबी जांच में जुट गई है.