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‘मीटिंग में पूर्व अध्यक्ष कहा गया तब मुझे पता चला…’, अधीर रंजन का आरोप, बोले- खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सभी पद अस्थायी

Adhir Ranjan Chowdhury

अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस नेता

Adhir Ranjan Chowdhury: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई की है. अधीर रंजन चौधरी को पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जिस दिन मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी अध्यक्ष बने पार्टी के संविधान के हिसाब से पार्टी के बाकी पद अस्थायी हो गए. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मेरा पद भी अस्थायी हो गया है.

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चुनाव चल रहा था और मल्लिकार्जुन खड़गे ने टेलीविजन पर कहा कि अगर जरूरी हुआ तो मुझे बाहर रखा जाएगा. इससे मैं परेशान हो गया. हलांकि, मैं अस्थायी पार्टी अध्यक्ष था. इसके बाद मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि अगर संभव हो तो आप ऐसा कर सकते हैं कि मेरी जगह किसी और को ले लिजिए. बीच में मुझे एआईसीसी ने पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेताओं की एक मीटिंग बुलाने के लिए बोला था.

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“बैठक में पता चला कि मैं पूर्व अध्यक्ष हूं”

अधीर चौधरी ने कहा कि पार्टी दो प्रस्ताव पारित करना चाहती थी. उन्होंने कहा कि मुझे पहले ही पता था कि बैठक मेरी अध्यक्षता में बुलाई गई थी और मैं अभी भी पश्चिम बंगाल का अध्यक्ष था. लेकिन इस मीटिंग के दौरान गुलाम अली मीर ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष भी यहां पर हैं. उसी समय मुझे पता चला कि मैं पश्चिम बंगाल कांग्रेस का पूर्व अध्यक्ष बन गया हूं.

बता दें कि अधीर रंजन चौधरी 1999 से लगातार बहरामपुर सीट से लोकसभा सांसद थे. पिछले साल वह लोकसभा में कांग्रेस के नेता थे. हालांकि, इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें टीएमसी के यूसुफ पठान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने पहले ही कांग्रेस नेताओं से कहा था कि अगर राज्य में नेतृत्व की कोई समस्या है तो लोग ईमेल या मैसेज के जरिए अपनी बात कह सकते हैं.

पश्चिम बंगाल कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन?

आपको बता दें कि जिन लोगों को दिल्ली बुलाया गया था उनमें अधीर रंजन चौधरी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य, अबुदुल मन्नान, दीपा दासमुंशी, अमिताभ चक्रवर्ती, नेपाल महतो, मनोज चक्रवर्ती, ईशा खान चौधरी शामिल थे. दीपा दासमुंशी कांग्रेस महासचिव होने के साथ-साथ केरल, तेलंगाना और लक्षद्वीप की प्रभारी भी हैं. फिलहाल अधीर रंजन चौधरी की जगह किसी नए अध्यक्ष का ऐलान नहीं हुआ है.

आपको बता दें कि चुनाव के समय अधीर रंजन चौधरी और ममता बनर्जी के बीच तनातनी हो गई थी. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना पड़ा था. वहीं ममता बनर्जी ने भी राज्य में चुनाव में कांग्रेस से दूरी बना ली थी. पश्चिम बंगाल में इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली है.

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