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लव जिहाद, लैंड जिहाद के बाद अब वोट जिहाद…चुनाव के बीच क्यों हो रही है इसकी चर्चा

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच अचानक ‘वोट जिहाद’ की चर्चा ने सुर्खियां बटोर ली हैं. लव जिहाद और लैंड जिहाद के बाद अब वोट जिहाद चर्चा का विषय बन गया है. पीएम मोदी ने भी अपनी रैली में इस शब्द का जिक्र किया था.’वोट जिहाद’ शब्द की शुरुआत कैसे हुई? इसका मतलब क्या है? इस मुद्दे पर अब तक किस नेता ने क्या-क्या कहा है? इस लेख में विस्तार से जान लीजिए…

मारिया आलम ने सबसे पहले की वोट जिहाद की बात

एक सप्ताह पहले एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी, समाजवादी पार्टी नेता मारिया आलम ने फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से I.N.D.I.A ब्लॉक के उम्मीदवार नवल किशोर शाक्य के पक्ष में ‘वोट जिहाद’ का आह्वान किया.मारिया आलम ने यह भी अपील की थी कि जो मुसलमान बीजेपी का समर्थन करते हैं या उसे वोट देते हैं, उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए.

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पीएम मोदी ने साधा निशाना

इस बयान के बाद पीएम मोदी ने कहा, “भारत इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है और लोगों को मौजूदा लोकसभा चुनावों में यह तय करना होगा कि क्या ‘वोट जिहाद’ या राम राज्य देश के लिए आगे का रास्ता है. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इसका इरादा बहुत खतरनाक है. पीएम मोदी ने कहा,”क्या आप वोट जिहाद की अवधारणा को स्वीकार करते हैं? क्या लोकतंत्र में ये बात चल सकती है? क्या भारतीय संविधान इसकी इजाजत देता है?”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तेलंगाना के भोंगीर में कहा, “मुझे यहां तेलंगाना में उपस्थित होकर खुशी हो रही है. मैं आप सभी का दिल से स्वागत करता हूं. आज, हमारा देश लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार का गवाह बन रहा है. यहां आगामी चुनाव ‘वोट फॉर जिहाद’ और ‘वोट फॉर विकास’ मिशन के बीच लड़ाई का प्रतिनिधित्व करते हैं.”

वोट जिहाद की अपील महाराष्ट्र तक भी पहुंची

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि राज्य में मस्जिदों से कॉल किए जा रहे हैं. रैलियों में मुसलमानों से कहा जा रहा है कि उनका एक ही लक्ष्य है- बीजेपी को हराना. फडणवीस ने कहा कि चुनाव आयोग को इस बात पर गौर करना चाहिए कि चुनाव से पहले किस तरह से धर्म के नाम पर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है.

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने की अपील

अखिल भारतीय जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित एलान-ए-लोकसभा चुनाव कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोगों से अनुरोध किया कि यदि वे सत्ता में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार चुनना चाहते हैं तो वे चार विशेष उम्मीदवारों को वोट दें. जमात-ए-तंजीम के सदस्य उस्मान हिरोली ने मुस्लिम समुदाय से बारामती में राकांपा-शरदचंद्र पवार की पार्टी के उम्मीदवार सुप्रिया सुले, शिरूर में अमोल कोहले, पुणे में रवींद्र धांगेकर और मावल लोकसभा क्षेत्र में संजोग वाघिरे को वोट देने का अनुरोध किया.

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