Income Tax: कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक तो पहले ही आईटी डिपार्टमेंट ने पार्टी के बैंक अकाउंट पर पहरा लगा रखा है और अब इनकम टैक्स वालों ने कांग्रेस से 524 करोड़ रुपये के ‘बेहिसाब लेनदेन’ का आरोप लगाया है. इसे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले झटका ही कहा जा सकता है. दरअसल, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लोकसभा चुनाव से महज तीन हफ्ते पहले कांग्रेस पार्टी से 523.87 करोड़ रुपये का टैक्स मांग लिया है. आयकर विभाग ने 2014 से 2021 के बीच कुल 523.87 करोड़ रुपये के ‘बेहिसाबी लेनदेन’ का आरोप लगाकर देश की सबसे पुरानी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
2019 में रेड के दौरान बेहिसाब लेनदेन का चला था पता
सबसे बड़ी बात ये है कि इससे पहले IT ने पिछले बकाये के लिए कांग्रेस के बैंक अकाउंट से 135 करोड़ रुपये निकाल लिए थे. उसके बाद अब इतनी बड़ी रकम की डिमांड कर दी गई है. सूत्रों के मुताबिक, साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आईटी रेड के दौरान कांग्रेस पार्टी के खाते से बेहिसाब लेनदेन का पता चला था.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी 135 करोड़ रुपये की राशि को जब्त करने से रोकने के लिए आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (ITAT) से गुहार लगाई थी. हालांकि, ट्रिब्यूनल ने आयकर विभाग की कार्रवाई को सही करार देते हुए कांग्रेस को राहत देने से इनकार कर दिया था. फिर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी 22 मार्च के आदेश में कांग्रेस को झटका देते हुए आयकर विभाग के तलाशी अभियान के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी थी.
तब दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि कर विभाग के पास पार्टी से जुड़े 520 करोड़ रुपये के बेहिसाब लेनदेन के बारे में “पर्याप्त और ठोस सबूत” हैं. ये लेनदेन बड़े पैमाने पर 2019 में लोकसभा चुनाव और 2013 और 2018 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए थे. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले किए गए आईटी छापों के दौरान 523.87 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन का पता चला था.
अपंग करने की हो रही है कोशिश: वी के तन्खा
इस बीच एक मीडिया वेबसाइट से बातचीत में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद वी के तन्खा ने कहा. “पार्टी को आशंका है कि ताजा कर मांग पर अब 523.87 करोड़ रुपये में भारी जुर्माना और ब्याज जोड़ा जाएगा.” उन्होंने कहा कि आम चुनाव से ठीक पहले 135 करोड़ रुपये लेकर हमें अपंग बनाने से संतुष्ट नहीं हैं, एक बड़ा झटका लगने की उम्मीद है, जिससे हम और अधिक अपंग हो जाएंगे. लेकिन अपंग करने के लिए बचा ही क्या है?”
2019 में 52 जगहों पर आईटी ने मारे थे छापे
बताया गया है कि साल 2019 के 7 अप्रैल को आयकर विभाग ने करीब 52 जगहों पर छापे मारे थे. चुनाव आयोग ने भी टैक्स धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई जांच का निर्देश दिया था. दिल्ली हाई कोर्ट ने छापे के दौरान एकत्र किए गए सबूतों का संज्ञान लिया. सूत्रों के मुताबिक उस छापेमारी में इस बात का सबूत मिला था कि एमईआईएल ग्रुप ने कांग्रेस को चंदा दिया था. अब जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इलेक्टोरल बॉन्ड्स की जानकारियां सार्वजनिक की गईं तो पता चला कि यह ग्रुप राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर है. इसने अक्टूबर-नवंबर 2023 में कांग्रेस पार्टी को 110 करोड़ रुपये का चंदा दिया था. कांग्रेस के वकीलों ने दिल्ली हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में 860 करोड़ रुपये खर्च किए.
बैंक खाते फ्रीज करने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर बोला हमला
इस बीच कुछ दिन पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि केंद्र की मोदी सरकार ने कांग्रेस पार्टी का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं ताकि हम बीजेपी के साथ बराबरी के आधार पर चुनाव नहीं लड़ सकें. एक राजनीतिक दल के चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न कर खतरनाक खेल खेला गया है. हर जगह सिर्फ बीजेपी के विज्ञापन हैं और उसमें भी उनका एकाधिकार है. बीजेपी के हर जगह पांच सितारा कार्यालय हैं. लेकिन सरकार के पास उनके चुनाव खर्च का कोई हिसाब नहीं है. बीजेपी ने कभी अपने बैंक खाते की जानकारी नहीं दी. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, लेकिन वे हमारे खाते के बारे में जानकारी चाहते हैं. “