Himachal Political Crisis: 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव के बाद आए नतीजों से शुरू हुआ हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक उठापटक खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बीते दिन कांग्रेस की ओर से नियुक्त केंद्रीय पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में राजनीतिक संकट खत्म होने का बड़ा दावा किया. लेकिन, विक्रमादित्य सिंह ने छह बागी विधायकों से मुलाकात कर सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार को फिर से सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. इसके बाद विक्रमादित्य दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
निष्कासन पर जल्दबाजी में लिया गया फैसला
बता दें कि बीते दिन हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने छह बागी कांग्रेस विधायकों पर कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दी. इसी को लेकर हिमाचल के राजनीतिक नेताओं की प्रक्रियाएं भी सामने आ रही है, जिसमें खुद कांग्रेस के नेता भी सवाल उठा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षता प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधायकों के निष्कासन पर फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह अपने निजी काम से दिल्ली गए हैं.
दिल्ली जा सकते हैं सभी बागी विधायक
हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बीती रात ही चंडीगढ़ जाने की चर्चाओं के बीच उनका टूर प्रोग्राम भी जारी किया गया. इसके अनुसार विक्रमादित्य सिंह आज सुबह सरकारी गाड़ी से 9.10 बजे शिमला से चंडीगढ़ रवाना हुए और दोपहर एक बजे तक वह चंडीगढ़ पहुंचें. फिर यहां से वह दिल्ली के लिए रवाना होंगे. दिल्ली से वह 3 मार्च को वह दिल्ली से वापस शिमला लौटेंगे. वहीं चडीगढ़ के पंचकूला में हुई मुलाकात के बाद कहा जा रहा है कि 6 बागी विधायकों के साथ दिल्ली जा सकते हैं. इससे तय है कि सुक्खू की सरकार पर संकट टला नहीं है.