Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और सीएम आतिशी ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए नोटिस को लेकर बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने एक और नया आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की सीएम आतिशी को गिरफ्तार करने का प्लान बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए परिवहन विभाग में केस तैयार किया जा रहा है. केजरीवाल ने कहा कि सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ईडी-सीबीआई और इनकम टैक्स की टीमों की मीटिंग हुई है.
केजरीवाल ने दावा किया कि आतिशी की गिरफ्तारी से पहले खुद केजरीवाल समेत मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सत्येंद्र जैन समेत आम आदमी पार्टी के 7 नेताओं के यहां छापेमारी होगी. केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि इसका मकसद आम आदमी पार्टी के सकारात्मक अभियान को भटकाना है. दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि हम अपने काम पर वोट मांग रहे हैं. वो (बीजेपी) सिर्फ गालियों और काम रोकने पर वोट मांग रहे हैं.
पहले भी लगा चुके हैं ऐसे आरोप
ऐसा नहीं है कि केजरीवाल तत्कालीन सीएम की गिरफ्तारी के आरोप पहली बार लगा रहे हैं. दिल्ली आबकारी नीति मामले में घोटाले के आरोप लगने के बाद वो कई मर्तबा अपनी गिरफ्तारी की आशंका जता चुके थे. इस मामले में तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की आशंका भी जता चुके थे. ईडी के लगातार नोटिस पर वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे. वहीं हर नोटिस के बाद वह अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताते रहे थे और कहते थे कि बीजेपी उन्हें गिरफ्तार कराना चाहती थी.
शराब घोटाला मामले में करीब 4 महीने जेल में बिताने के बाद केजरीवाल बाहर आए तो उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि खुद को निर्दोष साबित करने तक वे सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. वे बार-बार खुद के निर्दोष होने का दावा करते रहे हैं और कहते रहे हैं कि दिल्ली चुनाव के नतीजे इसको साबित कर देंगे. जाहिर है केजरीवाल विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए कोई कसर बाकी रखना नहीं चाहेंगे. ये न केवल सत्ता हासिल करने बल्कि उन्हें जनता के सामने खुद को निर्दोष साबित करने की भी चुनौती है. वहीं उनका यह भी कहना रहा है कि दिल्ली का चुनाव उनके चेहरे पर ही लड़ा जाएगा और आतिशी महज अस्थायी सीएम हैं.
भाजपा-कांग्रेस के आरोप के केंद्र में केजरीवाल
क्या आतिशी को गिरफ्तार करने की साजिश चल रही है? हालिया घटनाक्रम को देखें तो ये महज राजनीतिक आरोप ही नजर आता है. भाजपा और कांग्रेस ने हाल-फिलहाल जो भी आरोप लगाए हैं, उसके केंद्र में अरविंद केजरीवाल ही रहे हैं. कांग्रेस भी दिल्ली में पानी से लेकर यमुना की सफाई के मुद्दे पर केजरीवाल को ही घेरती रही है. दूसरी तरफ, भाजपा ने आप सरकार के खिलाफ ‘चार्जशीट’ जारी कर अभियान छेड़ा है, जिसमें ‘शीशमहल’ से लेकर यमुना की सफाई, सड़कों की हालत और पीने के पानी का ही मुद्दा रहा है. ये सारे मुद्दे केजरीवाल के सीएम रहने के दौरान से ही चल रहे हैं.
केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाला मामले में जेल जा चुके हैं और इसको लेकर भी भाजपा और कांग्रेस दोनों लगातार उन पर हमलावर रहे हैं. जाहिरतौर पर आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे अरविंद केजरीवाल ही हैं और इसलिए विपक्षी दलों की कोशिश उनको घेरने की रही है. लेकिन अब केजरीवाल के नए आरोपों ने एक और सियासी घमासान छेड़ दिया है.
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दूसरी तरफ, सीएम आतिशी ने भी अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई. साथ ही दिल्ली के दो विभागों के विज्ञापन नोटिस पर सीएम आतिशी ने अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा कि इन विभागों के जारी नोटिस झूठे हैं. कुछ अफसरों पर बीजेपी ने दबाव बनाया था. सरकार उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. आतिशी ने कहा कि महिला सम्मान योजना दिल्ली कैबिनेट का निर्णय है और इसका बाकायदा नोटिफिकेशन जारी हुआ है.
योजनाओं को लेकर क्या है ताजा विवाद
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने 12 दिसंबर को दो बड़ी घोषणाएं की थी. अरविंद केजरीवाल ने महिला सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1000 रुपये देने का ऐलान किया था. साथ ही कहा था कि इस रकम को चुनाव के बाद 2100 रुपये कर दिया जाएगा. वहीं उन्होंने बुजुर्गों के मुफ्त इलाज के लिए संजीवनी योजना का भी ऐलान किया था. मंगलवार को महिला सम्मान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए थे. लेकिन ठीक अगले दिन, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अखबारों में नोटिस देकर यह कहा गया कि ऐसी कोई योजना दिल्ली सरकार की तरफ से नहीं चलाई जा रही है.