Arvind Kejriwal: स्वाति मालीवाल के कथित आरोप के बाद से दिल्ली के सियासी में काफी घमासान मचा हुआ है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वाति मालीवाल के मामले पर काफी आलोचना के बाद अपनी चुप्पी तोड़ चुके हैं. इस दौरान ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी की ये पूरा विवाद राज्यसभा सीट को लेकर हुआ था. ऐसी चर्चा थी की आम आदमी पार्टी मशहूर वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को राज्य सभा भेजना चाहती थी. इसी बात से को लेकर यह पूरा विवाद शुरू हुआ. अब अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
एक टीवी इंटरव्यू के दौरान सीएम केजरीवाल से जब पूछा गया कि क्या आम आदमी पार्टी, अभिषेक सिंघवी के लिए तीन नेताओं से राज्यसभा सीट खाली करने के लिए कहा था? इसके जवाब में केजरीवाल ने इन सभी बातों को नकारते हुए कहा कि इसका सीधा उल्टा हुआ था. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा भेजने का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि इस तरह की अफवाहें आती कहां से हैं? इसका जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि ये कहानी भाजपा की प्लांट की हुई होती हैं.
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अभिषेक मनु सिंघवी ने दी प्रतक्रिया
इस मामले पर केजरीवाल के वकिल अभिषेक मनु सिंघवी का रिएक्शन भी सामने आया है. केजरीवाल के बयान के बाद सिंघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पहने नहीं कहा, लेकिन सच है कि मुझे एक नहीं बल्कि दो मुख्यमंत्रियों की तरफ से ऑफर मिला था. इस दौरान कांग्रेस ने भी मुझपर भरोसा किया.उन्होंने आगे कहा कि मैं कांग्रेस में ही रहना चाहता था इसलिए दोनों ऑफर को मना कर दिया क्योंकि मैं कांग्रेस में ही रहना चाहता था. इस दौरान उन्होंने हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा में मिली हार को भी याद किया और कहा उसकी कहानी अलग है. उन्होंने आखिर में लिखा की तीन तरफसे ऑफर मिलना वास्तव में सराहनीय है.
कथित शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल जेल में थे. हाल में सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल का पक्ष अभिषेक मनु सिंघवी ही रख रहे थे.