Baba Siddique: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़ने के कुछ दिनों बाद आज शाम अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. एनसीपी में शामिल होने के बाद उन्होंने अपनी पिछली पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस में मेरी हालत ऐसी थी जैसे खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए करी पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है. कांग्रेस पार्टी में मेरे साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया.
“कुछ दर्दनाक निर्णय होते हैं, लेकिन उन्हें लेना पड़ता है”
सिद्दीकी ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया. गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा, “कुछ निर्णय दर्दनाक होते हैं, लेकिन उन्हें लेना पड़ता है.” वह मुंबई कांग्रेस का एक प्रमुख मुस्लिम चेहरा थे और जब महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सत्ता में था, तब उन्होंने मंत्री के रूप में कार्य किया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के जनवरी में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने के बाद पिछले एक महीने में पार्टी छोड़ने वाले 66 वर्षीय मुंबई कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेता हैं.
#WATCH बाबा सिद्दीकी मुंबई में पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की मौजूदगी में NCP में शामिल हुए।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने 8 फरवरी को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। pic.twitter.com/jWlTSzWeQL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2024
जब उन्होंने सबसे पुरानी पार्टी छोड़ने का फैसला किया तो उन्होंने पहले ही अजित पवार की पार्टी के साथ जाने का मन बना लिया था. एक्स पर अपने बड़े फैसले की घोषणा करने के तुरंत बाद उन्होंने कहा, “मैं अजित पवार समूह के साथ जाऊंगा. मेरी यात्रा कांग्रेस से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तक होगी.”
मैं मोटी चमड़ी वाला नहीं हूं-बाबा सिद्दीकी
अजित पवार-एनसीपी में शामिल होने के बाद बाबा सिद्दीकी ने कहा कि उनके पास कांग्रेस के खिलाफ कहने के लिए बहुत कुछ है क्योंकि उन्हें केवल स्वाद के लिए करी पत्ते की तरह इस्तेमाल किया गया. उन्होंने कहा कि वह खुश भी हैं और दुखी भी.दुख की बात है क्योंकि मैं मोटी चमड़ी वाला नहीं हूं. 48 साल बहुत लंबा समय होता है.लेकिन खुश हूं क्योंकि रोज-रोज की कलह अब खत्म हो गई है.”
बाबा सिद्दीकी ने एक्स पर पोस्ट किया था, “मैं एक युवा किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और यह 48 वर्षों तक पार्टी और जनता की सेवा की. आज मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. ऐसा बहुत कुछ है जिसे मैं व्यक्त करना चाहता हूं, लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजें अनकही ही रह जाएं तो बेहतर है. मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं.”