Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हालिया हिंसा ने प्रशासनिक और सियासी हलकों में हलचल मचा दी है. पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें से दो आरोपी, सरफराज और तालिब, मुठभेड़ के दौरान घायल हो गए हैं.
पुलिस का एक्शन
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस जब इन आरोपियों को नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार करने जा रही थी, तभी उन्होंने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिससे दोनों आरोपी घायल हुए. घायल आरोपियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी
इन आरोपियों पर मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान रामगोपाल मिश्रा की हत्या का आरोप है. घटना के बाद रामगोपाल मिश्रा के परिवार ने न्याय की उम्मीद जताई है. विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है और स्थिति नियंत्रण में है.
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अखिलेश ने कसा तंज
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुठभेड़ को ‘हाफ एनकाउंटर’ करार देते हुए कहा कि यह सरकार की नाकामी का परिणाम है.उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए पुलिस के माध्यम से डराने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए और कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगी है. उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि प्रदेश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बहराइच हिंसा के आरोपियों का पुलिस से “एनकाउंटर” का सच जानना मुश्किल नहीं है. योगी की “ठोक देंगे” नीति के बारे में सब जानते हैं. अगर पुलिस के पास इतना सबूत होता तो आरोपियों को क़ानूनी सज़ा दिलाने की कोशिश होती.
सरकार का कड़ा जवाब
विपक्ष की आलोचना के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बहराइच हिंसा और पुलिस मुठभेड़ ने एक बार फिर राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जहां एक ओर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है, वहीं विपक्ष इसे सरकार की विफलता मानता है. आने वाले दिनों में इस मामले में क्या नया मोड़ आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा.