Bangaladesh Protest: बांग्लादेश में राजनीतिक अराजकता और अशांति के बीच पंचगढ़ जिले के गांवों के कम से कम 500 बांग्लादेशी नागरिकों ने भारत में प्रवेश करने की कोशिश की. सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने उन्हें पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के पास भारतीय सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “आज शाम को बांग्लादेशी नागरिकों का एक बड़ा समूह उत्तर बंगाल से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर विभिन्न स्थानों पर एकत्र हुआ. वे भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, नागरिक प्रशासन और बीएसएफ कर्मियों की मदद से उन्हें तितर-बितर किया गया.”
“A large group of Bangladesh nationals gathered in patches at various locations at the International Border along North Bengal today evening. They were attempting to sneak into Indian territory. They were dispersed with the help of Border Guard Bangladesh, Civil Administration… pic.twitter.com/ATqdWraBur
— ANI (@ANI) August 7, 2024
सुरक्षित ठिकाने की तलाश में लोग
हाल ही में अपदस्थ अवामी लीग सरकार के करीबी उच्च पदस्थ अधिकारी छिप गए हैं. हिंसा के बीच कई पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि देश भर में चार सौ से अधिक पुलिस स्टेशनों पर हमले, बर्बरता, आगजनी और लूटपाट हुई है. इस स्थिति में, कोई भी अपने संबंधित स्टेशनों या कार्यालयों में रहना सुरक्षित महसूस नहीं करता है, ऐसे में हर कोई सुरक्षित आश्रय की तलाश कर रहा है. इसके अलावा, कई जगहों पर जनता के आक्रोश के कारण फंसे पुलिसकर्मियों को सेना की मदद से बचाया गया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इस बीच एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार दोपहर से अब तक जनता के आक्रोश के कारण कम से कम पचास पुलिस कर्मियों की जान चली गई है.
बता दें कि शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद पिछले दो दिनों से भारत में ही हैं. बांग्लादेश में अब सेना और विपक्षी पार्टी की मदद से सरकार बनाने की कवायत शुरू हो गई है.