Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में हमारी सरकार बनेगी. दरअसल, पटना के बापू सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा समेत पार्टी के अन्य बड़े नेता शामिल हुए थे.
खट्टर का नया नारा
इस दौरान मनोहर लाल खट्टर ने बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी. खट्टर ने एक नया नारा भी दिया, “बिहार है तैयार, फिर से एनडीए सरकार!” खट्टर का यह बयान नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के अगले पांच साल के शासन के लिए उनकी पार्टी की तैयारियों और रणनीति का भी संकेत देता है. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों का लक्ष्य है कि इस बार विधानसभा चुनाव में उन्हें बहुमत प्राप्त हो और सरकार की सत्ता में वापसी हो सके.
दिलीप जायसवाल को मिली बड़ी जिम्मेदारी
मनोहर लाल खट्टर के बयान से पहले ही बीजेपी ने बिहार में अपनी चुनावी तैयारियों को गति दे दी है. पार्टी ने दिलीप जायसवाल को बिहार बीजेपी का नया अध्यक्ष चुना है. दिलीप जायसवाल को पार्टी की ओर से यह जिम्मेदारी दी गई है ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी को नेतृत्व मिल सके और पार्टी का आधार मजबूती से बिहार में फैल सके.
बिहार की वर्तमान स्थिति
बिहार की विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं. अभी राज्य में एनडीए की सरकार है, जिसमें बीजेपी, जेडीयू और HAM का गठबंधन है. इस समय बीजेपी के पास 80 सीटें हैं, जेडीयू के पास 45 सीटें हैं, और जीतनराम मांझी की पार्टी HAM के पास 4 सीटें हैं. वहीं, विपक्षी महागठबंधन के पास कुल 107 विधायक हैं, जिसमें आरजेडी के पास 77 सीटें, कांग्रेस के पास 19 सीटें और CPI (ML) के पास 11 सीटें हैं. बिहार में जातिवाद, धर्मनिरपेक्षता और क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर राजनीति गहरे रूप से चलती है, और इस बार भी ये सभी मुद्दे चुनावी बहस का हिस्सा बनने की संभावना है.
हाल ही में हुआ कैबिनेट विस्तार
नीतीश कुमार की सरकार में हाल ही में एक कैबिनेट विस्तार हुआ है. इस विस्तार में बीजेपी कोटे से 7 नए चेहरे मंत्री बनाए गए हैं. इन नए मंत्रियों में कृष्ण कुमार मंटू (छपरा, अमनौर), विजय मंडल (अररिया, सिकटी), राजू सिंह (साहेबगंज), संजय सारावगी (दरभंगा), जीवेश मिश्रा (जाले), सुनील कुमार (बिहारशरीफ) और मोती लाल प्रसाद (रीगा) का नाम शामिल है. इन चेहरों को कैबिनेट में शामिल करने से बीजेपी को अपने जनाधार को और मजबूत करने का मौका मिला है, खासतौर पर उन क्षेत्रों में जहां पार्टी को पहले कम समर्थन मिला था.
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बिहार चुनाव में कड़ा मुकाबला
बिहार के विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. अगर एनडीए की बात करें तो उसके पास मजबूत गठबंधन और नीतीश कुमार का नेतृत्व है, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में बिहार में विकास की दिशा में कई अहम कदम उठाए हैं. हालांकि, महागठबंधन के पास आरजेडी जैसे बड़े पार्टी का समर्थन है, जो समाजवादी और पिछड़ी जातियों के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखता है.
इस चुनाव में बिहार के लोग दो बड़ी विचारधाराओं के बीच निर्णय लेंगे. एक ओर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए द्वारा विकास और सामूहिक प्रयास की बात की जाएगी, जबकि दूसरी ओर विपक्षी महागठबंधन द्वारा बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार और सामाजिक न्याय के मुद्दों को लेकर अपनी रणनीतियों पर जोर दिया जाएगा.
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की दौड़ जितनी रोमांचक और चुनौतीपूर्ण है, उतनी ही दिलचस्प भी है. चुनावी प्रचार और राजनीति के मोर्चे पर हर पार्टी अपनी रणनीति और जोर-शोर से मैदान में है.