Bihar News: राजद-जदयू सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जब भारत माता की जय और जय श्री राम के नारों के बीच नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली तो जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, सम्राट चौधरी, जेपी नड्डा मौजूद थे. पिछली बार, नीतीश कुमार ने 2022 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब उन्होंने एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया था और राजद, कांग्रेस और वामपंथी गठबंधन में शामिल हो गए थे और बिहार में महागठबंधन के मुख्यमंत्री बने थे. नीतीश सरकार के साथ अभी 8 मंत्रियों ने शपथ ली. बीजेपी कोटे से 2 नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली.
पीएम मोदी ने दी बधाई
नीतीश कुमार के 9वीं बार सीएम बनने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “बिहार में बनी एनडीए सरकार राज्य के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी. नीतीश जी को मुख्यमंत्री और सम्राट चौधरी जी एवं विजय सिन्हा जी को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर मेरी बहुत-बहुत बधाई. मुझे विश्वास है कि यह टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के मेरे परिवारजनों की सेवा करेगी.
बिहार में बनी एनडीए सरकार राज्य के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। @NitishKumar जी को मुख्यमंत्री और सम्राट चौधरी जी एवं विजय सिन्हा जी को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर मेरी बहुत-बहुत बधाई।
मुझे विश्वास है कि यह टीम पूरे…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 28, 2024
अब तक क्या-क्या?
1. रविवार को नीतीश कुमार के साथ बीजेपी के सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा ने शपथ ली.
2. रातोंरात राजद के मंत्री कैबिनेट से बाहर हो गए क्योंकि बिहार में बदले राजनीतिक समीकरण में अब नीतीश कुमार को नई कैबिनेट मिलेगी.
3. तेजस्वी यादव ने कहा कि 2024 में जेडीयू का अंत होगा और बिहार में खेल अभी खत्म होने से बहुत दूर है.
4. राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा के साथ नीतीश की मुलाकात अल्पकालिक होगी और लोकसभा चुनाव के बाद छह महीने के भीतर बिहार में फिर से बदलाव देखने को मिलेगा. लेकिन नीतीश कुमार जिसके भी साथ जाएं, 2025 के राज्य चुनाव में वह 20 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएंगे.
5.अखिलेश यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने विश्वासघात का नया रिकॉर्ड बनाया और बीजेपी अब सबसे कमजोर स्थिति में है.
6. नीतीश कुमार 2000 में पहली बार सीएम बने. उस वक्त वह राजद के खिलाफ थे और उनका अभियान लालू विरोध पर आधारित था. 2013 में नीतीश एनडीए से अलग हो गए और 2015 के चुनाव में राजद के साथ आ गए.
7. 2017 में नीतीश कुमार ने राजद से अपना नाता तोड़ लिया और वापस एनडीए में चले गए. 2022 में नीतीश कुमार फिर से एनडीए का साथ छोड़ राजद में वापस आ गये.
8. जैसे ही नीतीश कुमार ने रविवार सुबह अपना इस्तीफा दिया, उन्होंने बताया कि इंडिया ब्लॉक में चीजें काम नहीं कर रही हैं.