Bihar News: बिहार में अब नीतीश कुमार का एनडीए के साथ जाना लगभग तय हो गया है. दूसरी ओर आरजेडी ने भी अब अपना दांव पेच का खेल शुरू कर दिया है. आरजेडी ने भी राज्य में सरकार बनाने की लिए नया दांव लगाया है. पार्टी के ओर से पूर्व मंत्री और जीतन राम मांझी के बेटे सतोष मांझी से बात की गई है.
सूत्रों की माने तो राज्य में बीजेपी के साथ नीतीश कुमार की जेडीयू का गठबंधन अब तय हो गया है. इस गठबंधन के तय होने के बाद अब आरजेडी ने भी अपने ओर से सरकार बनाने की लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. इसके लिए पार्टी एनडीए में फूट डालने का पूरा प्रयास कर रही है. सूत्रों का अनुसार आरजेडी ने जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी से संपर्क किया है.
दरअसल, बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत होती है. इस आंकड़े को पार करने के लिए आरजेडी हर तरह से जोड़ तोड़ में लग गई है. सूत्रों की माने तो आरजेडी के ओर से संतोष मांझी को मंत्री पद का ऑफर दिया गया है. हालांकि उन्होंने RJD के ऑफर को ठूकरा दिया है.
गठबंधन के पास 114 सीट
गौरतलब है कि बिहार में आरजेडी के 78, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक हैं. इन गठबंधन को निर्दलीय विधायक का समर्थन भी मिला हुआ है. अगर गठबंधन की कुल सीटें जोड़ी जाए तो 114 होती है. आरजेडी का प्रयास जीतन राम मांझी के समर्थन से सरकार बनाने का था. लेकिन अब ऑफर ठूकराए जाने के बाद पार्टी को नया विकल्प तलाशना होगा.
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हालांकि अगर आरजेडी को हम पार्टी का भी समर्थन मिल जाता तो भी वो 122 का आंकड़ा नहीं छू पाती. हम के अभी 4 विधायक हैं और अगर ये आरजेडी के साथ आते तब भी संख्या 118 ही होती है. ऐसे में बहुमत के आंकड़े से गठबंधन 4 सीट दूर रह जाता है.
सूत्रों का दावा है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को डिप्टी सीएम का पद देने के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में दो से तीन सीट का ऑफर दिया गया था. हालाकि इस ऑफर पर बात नहीं बन पाई है.