Mithun Chakraborty: धनबाद के निरसा में भाजपा नेता और फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के साथ एक अनोखी घटना घटी. मंगलवार को भाजपा की जनसभा के दौरान उनका पर्स चोरी हो गया. जैसे ही यह बात सामने आई, भाजपा कार्यकर्ता मंच से यह घोषणा करने लगे कि जिसने भी पर्स लिया है, वह उसे लौटा दे. मिथुन चक्रवर्ती निरसा विधानसभा क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी अपर्णा सेन गुप्ता के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस घटना के बाद माहौल में हलचल मच गई.
जनसभा को संबोधित करने से पहले मिथुन चक्रवर्ती ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने अपने फिल्मी करियर के शुरुआती दिनों की चर्चा करते हुए बताया कि उन्हें फिल्म “मृगया” में आदिवासी युवक घिनुआ की भूमिका के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था. उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके लिए महत्वपूर्ण थी और इसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई.
मिथुन चक्रवर्ती ने जताया भाजपा पर भरोसा
चक्रवर्ती ने झारखंड में भाजपा सरकार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जब तक राज्य में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी, तब तक आदिवासियों और आम जनता को उनका अधिकार नहीं मिल सकेगा. उनका मानना है कि झामुमो और कांग्रेस की सरकारें आदिवासियों या आम नागरिकों के हितों की रक्षा करने में नाकाम रही हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों का प्यार ही उन्हें बार-बार यहां खींच लाता है.
यह भी पढ़ें: “एक हैं तो सेफ हैं”, महाराष्ट्र के चिमूर में पीएम मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला, विकास के नाम पर MVA को घेरा
सुरक्षा को लेकर दी धमकी का जवाब
मिथुन चक्रवर्ती ने अपने बयान में कहा कि उन्हें देश के दुश्मनों की धमकियों से कोई डर नहीं है. उन्होंने पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति के विवादास्पद बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनकी सोच किसी एक धर्म के खिलाफ नहीं है और न ही उन्होंने कभी ऐसा कुछ कहा है.