BJP National Convention: बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन का रविवार को अंतिम दिन है. इस अधिवेशन में पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी नेताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी नेताओं को संबोधित करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव का विजन बताया है. उन्होंने अपने संबोधन में बीते दस सालों के अपने कार्यकाल के दौरान हुए तमाम कामों का जिक्र करते हुए आगे की रणनीतिक का संदेश भी दिया है.
PM नरेंद्र मोदी ने कहा, “बीते 10 वर्ष साहसी फैसलों और दुर्गामी निर्णयों के नाम है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कर हमने 5 सदियों का इंतजार समाप्त किया है. 7 दशक बाद देश को अनुच्छेद 370 से मुक्ति मिली है. 4 दशक बाद वन रैंक, वन पेंशन की मांग पूरी हुई है, 3 दशक बाद देश को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मिली है. 3 दशक बाद लोकसभा और राज्यसभा में महिलाओं को आरक्षण मिला है.”
PM नरेंद्र मोदी ने कहा, “जिन लोगों को किसी ने नहीं पूछा, हमने उन्हें सिर्फ पूछा ही नहीं बल्कि उन्हें पूजा भी है. हम राजनीति के लिए नहीं राष्ट्रनीति के लिए निकले हैं. आज विपक्ष के नेता भी NDA सरकार 400 पार के नारे लगा रहे है. NDA को 400 पार कराने के लिए भाजपा को 370 का मील का पत्थर पार करना ही होगा.”
आचार्य विद्यासागर महाराज को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज मैं सभी देशवासियों की ओर से आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज को आदरपूर्वक, श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं. मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति जैसा है। वर्षों तक मुझे व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलने का अवसर मिला है.”
उन्होंने कहा, “यहां उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं का मैं अभिनंदन करता हूं. भाजपा का कार्यकर्ता साल के हर दिन देश की सेवा के लिए कुछ न कुछ करता ही रहता है लेकिन अब अगले 100 दिन नई ऊर्जा, नया उमंग, नया उत्साह, नया विश्वास, नए जोश के साथ काम करने का है.”
कांग्रेस पर बोला हमला
PM नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस से देश को, देश के हर नागरिकों को, हमारे युवाओं के भविष्य को बचाना भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का दायित्व है. कांग्रेस अस्थिरता, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण की जननी है. आज भी ये लोग अस्थिरता पैदा करने के लिए नई-नई साजिशें कर रहे हैं. कांग्रेस के पास विकास का एजेंडा नहीं है. वे देश को भाषा, क्षेत्र के आधार पर बांटने में लगे हैं.”
पीएम मोदी ने कहा, “हमने अपनी राजनीतिक व्यवस्था को नए और आधुनिक विचारों के लिए खुला रखा है. आजादी के बाद वर्षों तक जिन्होंने हमारे देश पर शासन किया उन्होंने एक व्यवस्था बना दी थी, उसमें कुछ बड़े परिवार के लोग ही सत्ता में रहे. अहम पदों पर परिवार के करीबियों को ही रखा गया. हमने इस व्यवस्था को बदला, हमने नए लोगों को भी मौका दिया. हमारी कैबिनेट में बड़ी संख्या में नॉर्थ ईस्ट के मंत्री हैं.”