Vistaar NEWS

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने जारी की 29 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट, जानें किसे कहां से मिला टिकट

Maharashtra Election

फाइल फोटो

Jammu Kashmir Election: भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण के लिए 29 उम्मीदवारों की अपनी तीसरी सूची जारी कर दी है. सूची के अनुसार, पार्टी ने मेंढर से मुर्तजा खान, रामनगर (SC) से सुनील भारद्वाज, पुंछ हवेली से चौधरी अब्दुल गनी, उधमपुर पश्चिम से पवन गुप्ता, थन्नामंडी से मोहम्मद इकबाल मलिक और श्री माता वैष्णो देवी से बलदेव राज शर्मा को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने सोमवार को 16 उम्मीदवारों की पहली दो सूचियां जारी करने के बाद यह घोषणा की है.

ये रही 29 उम्मीदवारों की पूरी सूची

नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 अगस्त

पहली सूची में पंपोर, शोपियां, अनंतनाग पश्चिम और अनंतनाग सहित कुछ कश्मीरी निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. चुनावों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की रविवार शाम को बैठक हुई थी. पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 अगस्त है और दूसरे और तीसरे चरण के लिए प्रक्रिया क्रमशः 29 अगस्त और 5 सितंबर से शुरू होगी. 2014 में जम्मू-कश्मीर में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं.

पहली दो सूचियों में 16 उम्मीदवारों के नाम

पहली दो सूचियों में 16 उम्मीदवार शामिल हैं और पार्टी ने विभिन्न समुदायों और जातियों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है. इसमें जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों से उम्मीदवार हैं. पार्टी ने बाद में कोंकरनाग सीट से भी अपना उम्मीदवार घोषित किया. भाजपा ने क्षेत्र की विभिन्न समुदायों के बीच अपनी पहुंच को मजबूत करने की कोशिश की है. पार्टी ने पंपोर से सैयद शौकत गयूर अंद्राबी, राजपोरा से अर्शीद भट, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी, अनंतनाग से सैयद वजाहत को मैदान में उतारा है जबकि वीर सराफ शांगस-अनंतनाग पूर्व से मैदान में हैं.

चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 90 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान तीन चरणों में होगा. चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे. चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने और 2019 में तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद से यह घाटी में पहला चुनाव होगा.

 

Exit mobile version