BJP के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पश्चिम बंगाल पुलिस के लाठीचार्ज में घायल हो गए हैं. बीजेपी नेताओं के प्रदर्शन के दौरान बंगाल पुलिस ने लाठीचार्ज किया. तभी कई कार्यकर्ताओं को लाठीचार्ज में चोट लगी. इसी दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी चोट लगी है. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दरअसल, पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में प्रदर्शन के दौरान पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस लाठीचार्ज में पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को चोट लग गई. इसके बाद उन्हें बशीरहाट के मल्टी-फैसिलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
#WATCH | Basirhat, North 24 Parganas | West Bengal BJP president Sukanta Majumdar taken to Basirhat multi-facility hospital after he was injured during Police lathi charge as a scuffle broke out between Police and party workers. pic.twitter.com/po3P6eSGtB
— ANI (@ANI) February 14, 2024
लोगों के साथ खड़ा रहने के लिए कोई नहीं- BJP
भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा, “संदेशखाली में जिस प्रकार से अत्याचार हो रहा है, लोगों के साथ खड़ा रहने के लिए कोई नहीं है. भाजपा के हमारे नेता प्रतिपक्ष, पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार और सभी कार्यकर्ता इस आंदोलन में लगे हुए हैं. धारा 144 लागू करके लोगों को वहां जाने से रोका जा रहा है.”
प्रदर्शन में शामिल होने से पहले बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा, ”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पुलिस डरी हुई है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि संदेशखाली की घटना सामने ना आए. इसके लिए बार-बार धारा 144 लगाई जा रही है.”
सूबे की मुख्यमंत्री मूकदर्शक बनी हुई हैं- गौरव भाटिया
जबकि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में हमारी जनजातीय बहनों (खासकर हिंदू बहनों) के साथ टीएमसी के गुंडे दिनदहाड़े शोषण और बलात्कार कर हैं और सूबे की मुख्यमंत्री मूकदर्शक बनी हुई हैं, ये बहुत ही चिंताजनक है. ममता सरकार बलात्कारियों को संरक्षण दे रही है. पश्चिम बंगाल में जंगलराज चल रहा है.’
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उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं का शोषण किया गया, जिनके साथ बलात्कार हुआ, उनके परिजनों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी गई, ताकि डरा-धमकाकर इस मामले को दबा दिया जाए. ममता बनर्जी महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी बंगाल में टीएमसी के गुंडों को महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने की छूट दे रखी है.