Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश किया. इस बजट में सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं. आंध्र प्रदेश के लिए सरकार ने 15 हजार के पैकेज का ऐलान किया हैं. वहीं बिहार के लिए सरकार ने तीन एक्सप्रेसवे और मेडिकल कॉलेज समेत कई बड़े ऐलान किए हैं. दूसरी तरफ, अब बजट के बाद विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने बजट पर को नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से डरा हुआ बजट बताया. उन्होंने कहा कि इनका अपना विज़न कुछ नहीं है, बोलने को तो बहुत कुछ बोला जाता है अब देखना होगा कि ये अमल में कैसे लाएंगे.
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्रीय बजट पर कहा, “यह एक निराशाजनक बजट है, मुझे आम लोगों के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों के बारे में कुछ भी सुनने को नहीं मिला. आम लोगों की आय में सुधार के लिए उठाए गए किसी भी कदम का अपर्याप्त उल्लेख था. जब बात गंभीर आय असमानता की आती है तो सरकार की ओर से हमें बहुत कम देखने को मिलता है.”
“ये बजट नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से डरा हुआ बजट है”
▪️बजट पर बोले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद#ImranMasood #NirmalaSitharaman #Budget2024 #BudgetSession2024 #BudgetVistaarSe pic.twitter.com/gCJBfqN7iy
— Vistaar News (@VistaarNews) July 23, 2024
किसानों के लिए बजट में क्या?- अखिलेश
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बजट पर कहा, “अगर हम उत्तर प्रदेश को देखें तो निवेश की स्थिति क्या है? इनके जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं वह कभी समय पर पूरे नहीं हुए… अच्छी बात है कि बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष योजनाओं से जोड़ा गया है लेकिन उत्तर प्रदेश जैसा राज्य जो प्रधानमंत्री देता है क्या वहां के किसानों के लिए बजट में कुछ है? जब तक किसान और नौजवानों की पक्की नौकरी का इंतजाम नहीं होगा तब तक जनता को कोई बड़ा लाभ नहीं पहुंचेगा.”
ये भी पढ़ें: Income Tax: मिडिल क्लास के लिए बड़े ऐलान, टैक्स स्लैब में हुआ बदलाव, अब इतने लाख की इनकम पर कोई टैक्स नहीं
यह कुर्सी बचाओ बजट- टीएमसी
वहीं बजट पर TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “यह ‘कुर्सी बचाओ’ बजट है. जो NDA में है, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को अपने साथ रखने के लिए यह बजट है, यह बजट देश के लिए नहीं है. बंगाल के लिए तो कुछ भी नहीं है, वे बंगाल को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं, उनका बंगाल से सफाया होगा.”