Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को देश का अंतरिम बजट पेश करेंगी. आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से ये बजट काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. लेकिन इस दौरान हम एक नजर ब्रिटेन के बजट पर डालते हैं और भारत के अनुपात में विभिन्न क्षेत्रों में कितना खर्च होता है, इसके भी आंकड़ों पर गौर करते हैं. भारत में तीन प्रमुख सेक्टर शिक्षा, स्वास्थ्य और रक्षा होता है.
दुनिया की बेहतरीन यूनिवर्सिटी और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ब्रिटेन में मौजूद हैं. शिक्षा व्यवस्था के मामले में ब्रिटेन को भारत की तुलना में काफी बेहतर माना जाता है. जबकि खर्च और बजट को लेकर ‘इंस्टीट्यूट फॉर फिस्कल स्टडीज’ के आंकड़े पर गौर करें तो वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 11.6 लाख करोड़ ब्रिटेन की शिक्षा व्यवस्था पर खर्च रहा है. दूसरी ओर भारत में वित्तीय वर्ष 2023-24 का शिक्षा बजट 1.12 लाख करोड़ रुपए था.
जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में देखा जाए तो शिक्षा बजट पर वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का खर्च 13 फीसदी बढ़ा है. हालांकि देखा जाए तो भारत ने पिछले वित्तीय वर्ष में बजट का केवल 2.9 फीसदी ही शिक्षा पर खर्च किया है. इसके बाद भी ब्रिटेन के मुकाबले शिक्षा पर भारत का खर्च करीब 10 गुना कम है.
स्वास्थ्य और रक्षा पर खर्चा की तुलना
पिछले वित्तीय वर्ष में ब्रिटेन ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर लगभग 18.7 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं. जबकि भारत का स्वास्थ्य बजट 89,155 करोड़ रुपए था. यानी देखा जाए तो भारत के बजट में वित्तीय वर्ष 2022-23 के मुकाबले में 13 फीसदी बढ़ा है. लेकिन इसके बाद भी स्वास्थ्य बजट पर खर्च काफी कम है.
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अगर रक्षा बजट की बात करें तो ब्रिटिश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में करीब 5.4 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं. यूक्रेन युद्ध की वजह से खर्च में करीब 5 बिलियन की बढ़ोतरी हुई थी. दूसरी ओर भारत में रक्षा बजट पर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5.9 लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, जो बजट का करीब 13.18 फीसदी है. यानी रक्षा बजट में भारत ब्रिटेन से आगे हैं.