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13 नवंबर को यूपी के 9 सीटों पर उपचुनाव, आयोग ने मिल्कीपुर में चुनाव घोषित नहीं किया, 23 नवंबर को आएंगे नतीजे

UP By-Election 2024

यूपी की 10 विधानसभा सीटों में से 9 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है.

चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही देश के 14 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो राज्यों की दो लोकसभा सभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग ने यूपी की 10 विधानसभा सीटों में से 9 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया है. इन सीट्स पर सपा और बसपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन अभी तक भाजपा ने एक भी उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है. तो आइए जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के यह 9 सीट्स कौन-कौन से हैं और यहां किस पार्टी ने जीत हासिल की है, और क्यों मिल्कीपुर सीट पर चुनाव का ऐलान नहीं किया गया.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 में से 9 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया गया है. इन सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी और इसके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर अभी चुनाव नहीं होगा. मिल्कीपुर से जुड़ी एक याचिका हाईकोर्ट में विचाराधीन है, जो पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ ने दाखिल की थी. यही कारण है कि आयोग ने अभी चुनाव घोषित नहीं किया है.

विधानसभा चुनाव 2022 में मिल्कीपुर से भाजपा प्रत्याशी रहे बाबा गोरखनाथ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की है. जिस कारण इस सीट पर उप चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. बाबा गोरखनाथ ने याचिका में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद का निर्वाचन रद्द करने और खुद को निर्वाचित घोषित करने की मांग की है. इस पर अभी कोर्ट ने फैसला नहीं दिया है. इसलिए मिल्कीपुर में उप चुनाव की घोषणा नहीं हुई है.

आयोग की प्रेस रिलीज में भी मिल्कीपुर सीट का नाम नहीं था, लेकिन अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर अखिलेश यादव और मायावती ने इस सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान भी कर दिया है.

उम्मीदवारों की सूची

यूपी उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने 6, जबकि बसपा ने 5 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी की है. इनमें मिल्कीपुर सीट भी शामिल है, जहां चुनाव घोषित नहीं किया गया है. भाजपा ने अभी तक प्रत्याशियों का नाम जारी नहीं किया है, लेकिन, दिल्ली में हुई बैठक में सभी 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला कर लिया गया है. मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट गठबंधन सहयोगी रालोद को देने का फैसला लिया गया.

समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची

करहल सीट से तेज प्रताप यादव, सीसामाऊ सीट से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझवां से डॉक्टर ज्योति बिंद.

बसपा के प्रत्याशियों की सूची

मीरापुर से शाहनजर, मिल्कीपुर से रामगोपाल, मझवां से दीपू तिवारी, कटहरी से अमित वर्मा और फूलपुर से शिवबरन पासी।

इन 9 सीटों का चुनावी कार्यक्रम

कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल है. 18 अक्टूबर को चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा. नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 25 होगी. 28 अक्टूबर को नामाकनों की जांच होगी. नाम वापसी की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगा. 13 नवंबर को वोटिंग और 23 नवंबर को नतीजों का ऐलान होगा.

2022 विधानसभा सीट के नतीजे

इस सीट से अखिलेश यादव ने जीत हासिल की थी. अखिलेश ने भाजपा के प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल को 66 हजार 782 वोट से हराया था.

कानपूर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सीसामऊ से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी ने जित हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के सलिल विश्नोई को 12 हजार 266 वोट से हारया था.

कटेहरी सीट से सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा ने जीत हासिल की थी. उन्होंने निषाद पार्टी के अवधेश कुमार को साढ़े सात हजार वोट से हराया था.

मझवां से 2022 विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी के डॉ विनोद कुमार बिंद ने सपा के राहुल शुक्ल को 33 हजार 587 वोटों से हरा कर जीत हासिल की थी.

गाजियाबाद विधानसभा सीट में बीजेपी के अतुल गर्ग ने सपा के विशाल वर्मा को 1 लाख 5 हजार 537 वोट से हराया था.

फूलपुर सीट से बीजेपी के प्रवीण कुमार पटेल ने ढ़ाई हजार लोग से सपा के मुर्तजा सिद्दीकी को हराकर जीत हासिल की थी.

मीरांपुर से चंदन चौहान (रालोद) ने बीजेपी के प्रशांत गुर्जर को लगभग 27 हजार वोट्स से हराया था.

खैर विधानसभा सीट्स से भाजपा के अनूप प्रधान बाल्मीकि ने 71 हजार 341 सीट से बसपा के चारू कैन को हराया था.

कुंदरकी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के जियाउर्रहमान ने इस सीट से भाजपा प्रत्याशी कमल प्रजापति को 71 हजार से अधिक वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी.

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उपचुनाव होने की ये है वजह?

इन 9 विधानसभा सीट से 8 विधायक अब सांसद बन गए हैं. इस कारण यह सीटें खाली हुई हैं. वहीं, एक सीट कानपुर की सीसामऊ सपा विधायक इरफान सोलंकी की विधायकी रद्द होने के वजह से खाली हुई है.

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