CAA: देश में नागरिकता संसोधन कानून यानी सीएए सोमवार से लागू कर दिया गया है. सीएए का नोटिफिकेशन जारी होने के यह कानून देशभर में लागू हो गया है. इस नोटिफिकेशन के जारी होने की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर दी है. लेकिन इसके लागू होने के बाद अब विरोध काफी तेज होते जा रहा है. देश के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है. उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में पुलिस संवेदनशील इलाकों में कड़ी नजर बनाए हुए है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के DCP जॉय टिर्की ने कहा, “CAA को आज अधिसूचित कर दिया गया है. फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी जिले में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी. उस समय हमें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. हमें अंदाजा था कि इसे (CAA) लागू किया जाएगा और इसलिए हमने कुछ तैयारियां कीं. हमने लोगों को साफ कर दिया है कि यह एक प्रगतिशील कदम है. हम सोशल मीडिया की भी जांच कर रहे हैं.”
असम में बंद का ऐलान
ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने राज्य में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है. 16 विपक्षी दलों ने राज्य में इसका समर्थन करते हुए राज्यव्यापी बंद का ऐलान कर रखा है. वहीं ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के कुछ लोगों ने दिल्ली जाकर सरकार से इसे वापस लेने की अपील करने की बात कही है. जबकि पुलिस की ओर से बंद पर चेतावनी जारी करते हुए कहा गया है कि हाईकोर्ट के आदेश पर बंद में शामिल होने पर केस दर्ज किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: CAA लागू होते ही नेहा सिंह राठौर ने दी तीखी प्रतिक्रिया, बोलीं-‘वो सीएए की बात करेंगे, तुम…
AIUDYF के अध्यक्ष जहरुल इस्लाम बादशाह मे कहा, “यह एक सांप्रदायिक अधिनियम है. हम शुरू से ही इसका विरोध करते आये हैं और आगे भी करते रहेंगे. हमारी पार्टी इसका विरोध करती है. इसके जरिए देशभर में सांप्रदायिक भावनाएं फैलाई जा रही हैं. यह असम की भाषा और संस्कृति को खत्म करने का प्रयास है. हम असाम के निवासी होने के नाते इसका विरोध करते हैं.”