Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद अब विवाद बढ़ने लगा है. पहले इस चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. अब चंडीगढ़ कांग्रेस के ओर से पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस याचिका के जरिए वोटों को अमान्य किए जाने का कारण भी पूछा गया है.
चंडीगढ़ कांग्रेस की याचिका पर वकील करणबीर सिंह ने कहा, ‘आज हमने पिछली रिट याचिकाओं को जारी रखते हुए एक रिट याचिका दायर की है. हमने मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को भी चुनौती दी है. हमने यह भी पूछा है कि 8 वोट क्यों अमान्य किए गए, इसका कारण हमें बताया जाए.’
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस मेयर चुनाव पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था, ‘स्पष्ट है कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की है. अधिकारी ने मतपत्रों को बिगाड़ा है. उन पर मुकदमा चलाने की जरूरत है. वह कैमरे की तरफ क्यों देख रहे हैं? यह लोकतंत्र का मजाक है और लोकतंत्र की हत्या है. हम स्तब्ध हैं.’
#WATCH चंडीगढ़: पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में चंडीगढ़ कांग्रेस की याचिका पर वकील करणबीर सिंह ने कहा, ”आज हमने पिछली रिट याचिकाओं को जारी रखते हुए एक रिट याचिका दायर की है। हमने मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को भी चुनौती दी है। हमने यह भी पूछा है कि 8 वोट क्यों… pic.twitter.com/H6HhECmHE5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 8, 2024
वीडियो पर बवाल
सुप्रीम कोर्ट ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीहा को कोर्ट में 19 फरवरी को पेश होने के लिए कहा है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी उनका एक वीडियो भी शेयर किया है. इस वीडियो में पहले अधिकारी मतपत्र पर कुछ लिखते हैं. उसके बाद उसे ब्लू कलर के ट्रे में रख देते हैं. इसके बाद वो कैमरे के ओर देखते हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद जमकर बवाल हुआ था.
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बता दें कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी ने चार वोटों से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में 36 पार्षदों ने वोट डालने थे. लेकिन 8 वोट रद्द हो गए थे. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था.