Sharda Sinha: बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का 72 की उम्र में निधन हो गया है. बीते 10 दिनों से दिल्ली एम्स अस्पताल में भर्ती शारदा सिन्हा की तबीयत कई दिनों से खराब चल रही थी. छठ गीतों के लिए प्रसिद्ध शारदा सिन्हा ने अपनी आखिरी सांस छठ पूजा के नहाए-खाये के दिन ली. इसी साल 22 सितंबर को उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का ब्रेन हेम्ब्रेज से निधन हुआ था. तब से शारदा सिन्हा की तबीयत खराब रहने लगी थी.पति ब्रजकिशोर सिन्हा, शारदा सिन्हा के लिए ढाल बन कर हमेशा खड़े रहे थे.
वे ब्रजकिशोर सिन्हा ही थे जब शारदा के गाने के खिलाफ खुद उनकी मां खड़ी थी. तब बृजकिशोर ने ही अपनी मां को समझाया था. शादी के बाद से वह शारदा के लिए एक सपोर्ट सिस्टम रहे. एक इंटरव्यू में शारदा सिन्हा ने बताया था कि ‘मेरी सास ने मुझसे बात करना बंद कर दिया था. उनका कहना था कि घर में भजन करने तक सब ठीक है, घर के बाहर जा कर यह सब नहीं चलेगा. सास का कहना था कि हमारे घर की बहू ने बाहर जाकर गाना नहीं गाया है, तो तुम भी नहीं गाओगी.’
कई दिनों तक बात नहीं की
शारदा सिन्हा ने बताया था कि उनके सुसर को भजन-कीर्तन सुनना बहुत पसंद था. शारदा ने बताया कि शादी हुए 5 दिन ही हुए थे कि मेरे गांव के मुखिया ने मेरे ससुर को कहा कि सुना है आपकी बहू बहुत अच्छा गाती है. आप अपनी बहू से बोलिए कि वह ठाकुरबाड़ी में भजन गा दें. ससुर की बहुत इच्छा था कि मेरी बहू ठाकुरबाड़ी में भजन कीर्तन करें. यह बात जैसे ही शारदा सिन्हा के सास के कानों में गई वह आग बबूला हो गई. शारदा ने बताया था कि उनकी सास ने ससुर से कहा कि आप तो झूठ का इनका मन बढ़ा दे रहे हैं. नई दुल्हन क्या मंदिर में भजन कीर्तन करने जाएंगी.
शारदा ने बताया कि ससुर के कहने पर मैं गाने चली गई थी. फिर क्या था मेरी सास ने कई दिनों तक मुझसे बात नहीं की. खाना खाना भी चोर दिया था. फिर जैसे-तैसे पति ने उन्हें मनाया और कहा अगर हम गाते तो क्या हमें घर से निकाल देतीं. लेकिन बाद में जब बाहर के लोगों ने शारदा सिन्हा की तारीफ उनकी सास से करनी शुरू की तो उनका गुस्सा थोड़ा काम हुआ.
76 रु. मिली थी फीस
शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड में भी कई बड़े हिट गाने गाए हैं. सलमान खान की दूसरी सुपरहिट फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ का ‘बाबुल जो तूने सिखाया’ गाना भी शारदा सिन्हा ने गाया था. यह गाना काफी लोकप्रिय हुआ था. इस गाने को लोग आज भी सुनते और पसंद करते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मूवी ने उस उस वक्त समय 72 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी. वहीं, ‘मैंने प्यार किया’ फिल्म ने 45 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था. इन गाँव के लिए शारदा सिन्हा को उस वक्त्त 76 रूपए पेमेंट मिला था.
फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ का गाना ‘कहे तोसे सजना’ के बाद शारदा सिन्हा ने लंबे समय तक बॉलीवुड में गाने नहीं गाए थे. उसके बाद साल 2012 में रिलीज हुई फिल्म ‘गैंग्स आफ वासेपुर’ में ‘तार बिजली से पतले हमारे पिया’ को भी उन्होंने अपनी खूबसूरत आवाज दी थी. उनका यह गाना आज भी दर्शकों के बीच पसंद किया जाता है. उन्होंने वेब सीरीज ‘महारानी’ में ‘निरमोहिया’ गाने को गाया था.
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शारदा सिन्हा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि राजश्री प्रोडक्शन की तरफ से उन्हें अचानक ऑफर मिला था. 1988 में एक भोजपुरी फिल्म ‘माई’ के गाने की रिकॉर्डिंग के लिए जब शारदा सिन्हा मुंबई गई थी, तब ही बगल के ही बिल्डिंग में राजश्री प्रोडक्शन का ऑफिस था. तभी तारा चंद्र बड़जात्या को उनके मुंबई में होने का पता चला. शारदा सिन्हा को मिलने के लिए बड़जात्या साहब ने बुलावा भेजा था. तभी उन्होंने शारदा सिन्हा को ‘मैंने प्यार किया’ का फेमस गाना ‘कहे तोसे सजना ये तोहरी सजनिया’ गाने का ऑफर दिया था.
छठ के गीतों का रिकॉर्ड
शारदा सिन्हा ने बताया था कि वह बचपन से ही उनके घर में गाए जाने वाले छठ मके गीत उनके कान में पड़ते थे. शादी हुई तो शारदा की सास भी छठ करती थी. बड़ी बहू होने के कारण शारदा सास के साथ मिल कर छठ के कामों में लगी रहती थी. छठ के दौरान उन्होंने गांव-घर मे गाए जाने वाले छठ गीत लिखे और उन्हें रिकॉर्ड किया. ‘डोमिनी बेटी सुप लेले ठार छे’, ‘अंगना में पोखरी खनाइब, छठी मैया आइथिन आज’ ‘मोरा भैया गैला मुंगेर’ और श्यामा खेले गैला हैली ओ भैया’ छठ के चार ऐसे गीत थे, जो उन्होंने साल 1978 में रिकॉर्ड किया था.