Chhattisgarh News: सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले के परतापुर इलाके में जंगली हाथी ने एक किसान को उस समय मार दिया, जब वह सुबह गन्ने के खेत में गया था. इन दिनों इलाकों में हाथियों ने आतंक मचाया हुआ है. रात होते ही हाथी गावों में पहुंच जा रहे हैं और सुबह तक फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. इलाके में दहशत का माहौल है.
गन्ने के खेत में हाथी ने किसान को कुचला
दरअसल, हाथियों के झुंड ने सोमवार की सुबह प्रतापपुर क्षेत्र के बैकोना निवासी शिवमंगल पैकरा पर हमला कर दिया. शिवमंगल पैकरा 35 वर्ष के है, लेकिन आज सुबह उनको हाथियों ने कचल कर मार डाला. कुचलने वाले हाथियों का झुंड सूरजपुर और बलरामपुर क्षेत्र में पिछले एक महीने से भटक रहें हैं. वहीं खेतों में धान की फसल कटने के बाद अब चारा के लिए अधिक परेशान हो रहे हैं.
सरगुजा संभाग के जंगलों में भटक रहे हैं 125 हाथी
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस समय 330 हाथी हैं, इसमें से 125 हाथी सरगुजा संभाग के जंगलों में भटक रहे हैं. जंगल में चारा व पानी की कमी के कारण हाथी गांव और खेतों में पहुंच रहे हैं. किसान खेत से हाथियों को जंगल की तरफ खदेड़ते हैं या हाथियों से लोगों का आमना सामना हो जा रहा है. बता दें कि पिछले तीन सालों में हाथियों ने 82 लोगों को कुचलकर मार डाला है. वहीं तीन हजार मकानों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है. वहीं 6700 हेक्टेयर फसलों को भी तीन साल में चौपट किया है. इसके एवज में इन तीन वर्षों में 20 करोड़ से अधिक मुआवजा बांटा जा चुका है.
इस वजह से गांव पहुंच रहे हाथी
इस घटना को लेकर विशेषज्ञ और वन्य जीव बोर्ड के सदस्य अमलेदु मिश्रा ने बताया कि जंगल सिमट रहा है, इससे हाथी गांव व खेत में पहुंच रहे हैं और किसानों व हाथियों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है. इस समस्या का एक ही उपाय है कि जंगल का क्षेत्र बढ़ाया जाए.