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‘कमरा बंद कर मेरे साथ…’, प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोईं राधिका खेड़ा, भूपेश बघेल-सचिन पायलट पर लगाए गंभीर आरोप

राधिका खेड़ा

Radhika Khera News: कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राधिका खेड़ा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. खेड़ा ने कहा कि घर के बाहर ‘जय श्री राम’ का झंडा लगाने की वजह से कांग्रेस पार्टी मुझसे नफरत करने लगी. वहीं, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला को लेकर भी उन्होंने सनसनीखेज दावा किया है.

राधिका खेड़ा ने कहा, ”मैं 30 अप्रैल को छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला से बात करने गई थी, लेकिन उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया और मुझे गंदी-गंदी गालियां दीं. इसके बाद मैं चिल्लाई और लोगों से कहा कि नीचे जाओ और महामंत्री को बुलाओ लेकिन कोई नहीं हिला, फिर जब मैंने अपना फोन निकाला और कहा कि मैं आपकी रिकॉर्डिंग कर रही हूं, तो सुशील आनंद शुक्ला ने इशारा किया और उस कमरे में मौजूद दो और लोगों ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया. लगभग एक मिनट तक कमरा अंदर से बंद रहा और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया. तीनों आदमी उठकर मेरी ओर आए… मैं चिल्लाती रही लेकिन किसी ने दरवाजा खोलने की कोशिश नहीं की.”

‘भूपेश बघेल-सचिन पायलट को लेकर कही ये बात

कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे पर राधिका खेड़ा ने कहा, “मैंने सबसे पहले मैंने सचिन पायलट को फोन किया लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की, उनके पीए ने मुझे बताया कि सचिन पायलट व्यस्त हैं. उनके पीए ने वहां किसी से बातचीत की और तब उन्होंने मुझसे कहा कि मैं घटना के बारे में कुछ भी न बोलूं और अपना मुंह न खोलूं. इसके बाद मैंने भूपेश बघेल, पवन खेड़ा और जयराम रमेश को फोन किया लेकिन उनमें से किसी ने भी जवाब नहीं दिया.” खेड़ा ने कहा, “बाद में भूपेश बघेल ने मुझे वापस बुलाया और मैंने उनसे कहा कि मैं राजनीति छोड़ना चाहती हूं लेकिन उन्होंने मुझे छत्तीसगढ़ छोड़ने के लिए कहा और तब मुझे समझ आया कि यह सब सिर्फ एक साजिश थी.”

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‘राम मंदिर जाने के कारण कांग्रेस नफरत करने लगी’

राधिका खेड़ा ने कहा, “मैं हमेशा से सुनती आ रही थी कि कांग्रेस राम विरोधी, सनातन विरोधी और हिंदू विरोधी है, लेकिन मैंने कभी इस पर विश्वास नहीं किया. महात्मा गांधी हर बैठक की शुरुआत ‘रघुपति राघव राजा राम’ से करते थे. मुझे हकीकत तब पता चली जब मैं अपनी नानी के साथ राम मंदिर गई और वहां से लौटने के बाद मैंने अपने घर के बाहर ‘जय श्री राम’ का झंडा लगा दिया और उसके बाद से कांग्रेस पार्टी मुझसे नफरत करने लगी. पार्टी ने मुझसे पूछा कि जब चुनाव चल रहे थे तो मैं अयोध्या क्यों गई.”

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