CM Yogi Delhi Visit: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली पहुंच रहे हैं. इस बैठक में उनके संभावित राजनीतिक एजेंडे के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं को जानकारी देने की संभावना है. शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भाग लेने के अलावा, योगी आदित्यनाथ अगले दिन मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में भी भाग लेंगे.
200 नेताओं से योगी ने लिया फीडबैक
हाल के दिनों में योगी आदित्यनाथ ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन के बारे में फीडबैक लिया है. उन्होंने पार्टी के 200 सांसदों, विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक की है. उन्होंने अधिकारियों से अपनी सरकार की उपलब्धियों, चल रही योजनाओं की प्रगति और नीति आयोग के समक्ष राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली मांगों के बारे में भी जानकारी ली है. अब प्रधानमंत्री दोनों कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे, इसलिए योगी इन बैठकों के दौरान उनसे मुलाकात कर सकते हैं. दिल्ली में प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं के साथ उनकी आमने-सामने की बैठक भी होने की संभावना है.
‘सरकार बनाम संगठन’ पर मचा है बवाल!
आदित्यनाथ का दिल्ली दौरा भाजपा में चल रही “सरकार बनाम संगठन” की बहस के बीच हो रहा है. 14 जुलाई को लखनऊ में भाजपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा था, है और रहेगा. उसी बैठक में योगी ने कहा कि अति आत्मविश्वास के कारण पार्टी अपेक्षित परिणाम हासिल करने से दूर रही.
मुख्यमंत्री के साथ अपने बढ़ते मतभेदों की अटकलों के बीच केशव प्रसाद मौर्य ने राज्य कैबिनेट की कुछ बैठकों में हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन कार्यकारिणी की बैठक के बाद उन्होंने नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की. यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के उम्मीद से कम प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार कारणों के बारे में जानकारी दी.
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उपचुनाव की तैयारी में जुटे योगी
2024 के चुनाव नतीजों के बारे में पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक मिलने के बाद योगी ने आने वाले महीनों में होने वाले 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव की तैयारी के लिए करीब 30 मंत्रियों को तैनात किया है. हालांकि, इस लिस्ट में मौर्य का नाम शामिल नहीं था. भाजपा उपचुनाव में अपने प्रदर्शन को बेहतर करना चाहेगी जो पार्टी संगठन और योगी सरकार के लिए असली परीक्षा होगी.